Posted in

भारतीय छात्रों के लिए यूरोप में बिना ट्यूशन फीस के पढ़ाई के अवसर, टॉप 5 विश्वविद्यालय

यूरोप हमेशा से भारतीय छात्रों के लिए एक सपनों की मंजिल रहा है। वहां की सुन्दरता, … भारतीय छात्रों के लिए यूरोप में बिना ट्यूशन फीस के पढ़ाई के अवसर, टॉप 5 विश्वविद्यालयRead more

यूरोप हमेशा से भारतीय छात्रों के लिए एक सपनों की मंजिल रहा है। वहां की सुन्दरता, अनुकूल मौसम और उच्च शिक्षा प्रणाली के कारण हर साल हजारों भारतीय छात्र यूरोप में पढ़ाई के लिए जाते हैं। हालांकि, विदेश में अध्ययन करना महंगा हो सकता है। लेकिन कुछ यूरोपीय देशों में ऐसी विश्वविद्यालयें हैं जो ट्यूशन फीस नहीं लेतीं, जिससे विदेश में शिक्षा प्राप्त करना अधिक सस्ता हो सकता है। अगर आप भी यूरोप में बिना ट्यूशन फीस के पढ़ाई करना चाहते हैं, तो ये पांच प्रमुख विश्वविद्यालयें आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकती हैं।

1. टैम्पेरे यूनिवर्सिटी, फिनलैंड

Also Read: राजस्थान कोचिंग सेंटर्स विधेयक 2025 राज्य की कैबिनेट से मंजूरी: छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता; मध्य सत्र में छोड़ने पर कोचिंग फीस वापस करेंगे।

फिनलैंड में अगर आप फिनिश या स्वीडिश भाषा में कोर्स चुनते हैं, तो आपको ट्यूशन फीस नहीं देनी पड़ेगी। फिनलैंड की नेशनल एजुकेशन एजेंसी के अनुसार, टैम्पेरे यूनिवर्सिटी में स्थानीय भाषा वाले कोर्स के लिए कोई ट्यूशन फीस नहीं है। यहां इंजीनियरिंग, आईटी, व्यापार प्रबंधन और चिकित्सा प्रौद्योगिकी जैसे पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।

वेबसाइट: tuni.fi

2. यूनिवर्सिटी ऑफ बर्गन, नॉर्वे

नॉर्वे की यह विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय छात्रों से ट्यूशन फीस नहीं लेती। हालांकि, सेमेस्टर फीस के रूप में 30 से 60 यूरो (लगभग 2500-5000 रुपये) देने होते हैं, जो स्वास्थ्य सेवा, परामर्श, खेल और अन्य गतिविधियों को कवर करता है। वर्तमान में इस विश्वविद्यालय में लगभग 14000 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं।

वेबसाइट: en.visitbergen.com

3. लुडविग मैक्सिमिलियन यूनिवर्सिटी ऑफ म्यूनिख, जर्मनी

जर्मनी की सार्वजनिक विश्वविद्यालयें अंतरराष्ट्रीय छात्रों को मुफ्त में पढ़ाई करने का अवसर प्रदान करती हैं। LMU, जो QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में 59वें स्थान पर है, यहां छात्रों को केवल प्रशासनिक लागत और कुछ सेमेस्टर फीस का भुगतान करना होता है। यह विश्वविद्यालय कई विषयों में अंग्रेजी-भाषी मास्टर प्रोग्राम भी प्रदान करता है।

वेबसाइट: lmu.de

4. यूनिवर्सिटी ऑफ आइसलैंड, आइसलैंड

आइसलैंड की सुंदर वादियों में स्थित यह विश्वविद्यालय छात्रों से कोई ट्यूशन फीस नहीं लेती। हालांकि, सालाना रजिस्ट्रेशन या प्रशासनिक फीस के रूप में कुछ सौ यूरो का भुगतान करना पड़ता है। यहां इंजीनियरिंग और चिकित्सा पाठ्यक्रमों के साथ-साथ कई अन्य डिग्री प्रोग्राम उपलब्ध हैं।

वेबसाइट: english.hi.is

5. मासारिक यूनिवर्सिटी, चेक रिपब्लिक

चेक रिपब्लिक में अगर आप स्थानीय भाषा (चेक) में कोर्स करते हैं, तो आपको कोई ट्यूशन फीस नहीं देनी होती। मासारिक यूनिवर्सिटी अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एक साल का चेक भाषा पाठ्यक्रम भी प्रदान करती है, जिसके बाद वे ट्यूशन-फ्री पढ़ाई कर सकते हैं। हालाँकि, अंग्रेजी में पढ़ाई करने के लिए कुछ फीस देनी होगी, लेकिन यह अन्य देशों की तुलना में काफी सस्ती होती है।

वेबसाइट: em.muni.cz

यह भी पढ़ें: NASA में सबसे छोटी पोस्ट कौन-सी, यहां कर्मचारियों को कितने साल में मिलता है प्रमोशन?

कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb