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इंदौर में वकीलों और पुलिस के बीच गंभीर विवाद: एफआईआर और आरोपों का सिलसिला

मुख्य बिंदु
- वकीलों और पुलिस के बीच विवाद, एफआईआर दर्ज की गई।
- पुलिसकर्मियों पर मारपीट और अभद्रता का आरोप।
- वकीलों ने पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग की।
नईदुनिया के प्रतिनिधि, इंदौर (Indore News)। इंदौर में हाई कोर्ट के सामने वकीलों द्वारा रास्ता रोकने का मामला सामने आया है, जिसमें सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, वकील एक बुजुर्ग बाइक सवार की पिटाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस फुटेज और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर वकीलों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, जिनका आपराधिक इतिहास भी है।
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हालांकि, अधिकारियों ने वकीलों की मांग पर पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का निर्णय लिया है। परदेशीपुरा पुलिस के अनुसार, राजू उर्फ कालू गौड़ नामक व्यक्ति ने आरोपित अरविंद जैन और उनके दो पुत्रों के साथ विवाद किया था।
मछली व्यवसायी कालू सुबह लगभग 10:30 बजे स्कूटर से डमरू उस्ताद चौराहे की ओर जा रहा था। बच्चों द्वारा रंग फेंकने पर उन्होंने गाड़ी रोककर उन्हें समझाने की कोशिश की। इसी दौरान, अरविंद जैन ने गालियां देना शुरू कर दिया और अपने पुत्रों को बुला लिया। जब कालू ने पुलिसकर्मियों को घटना की जानकारी दी, तब तीनों ने मिलकर उनकी पिटाई कर दी।
पुलिसकर्मियों को घटना की सूचना दी गई
राजू ने पुलिसकर्मियों को घटना के बारे में बताया, लेकिन अरविंद और उनके बेटे ने उन पर हमला कर दिया और पुलिस से भी अभद्रता की।
अरविंद जैन का आरोप है कि राजू कबाड़ी का काम करता है और उसकी पुलिस से संधि है। उनका कहना है कि पुलिसकर्मियों का व्यवहार गलत था और उन्होंने अधूरे फुटेज पेश किए हैं।
पुलिस पर अभद्रता के आरोप
पुलिस ने वकीलों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया। 61 वर्षीय अरविंद, जो परदेशीपुरा और इंदौर जैन समाज के अध्यक्ष हैं, ने कहा कि पुलिस को दोनों पक्षों की बातें सुननी चाहिए।
इस बीच, वकीलों ने एसीपी नरेंद्र रावत से बात की और मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। अरविंद ने कहा कि पुलिस की पिटाई से उनके हाथ और पैर में फ्रेक्चर हो गया है।
वकील हाईकोर्ट के सामने सड़क रोकने लगे। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अमरेंद्रसिंह ने वकीलों से बातचीत की और दोषी पुलिसकर्मियों के निलंबन का आश्वासन दिया।
स्वास्थ्य परीक्षण में शराब की पुष्टि नहीं
हाई कोर्ट के सामने धरना-प्रदर्शन प्रतिबंधित है। वकीलों ने पुलिस पर शराब के नशे में होने का आरोप लगाया, लेकिन टीआई का स्वास्थ्य परीक्षण करने