तीन विवाहित कर्मचारी जिन्होंने छतरपुर-1 खदान में कोयला उतारा था, उनकी मौत हो गई थी जब वे छत से गिर गए। उनके परिवार को यह दुःखद समाचार गहरे नुकसान पहुंचाया। राहत दल ने इन तीनों कर्मचारियों की लाशें बाहर निकालने में सहायता की।

मुख्य बातें
- कोयला खदान में उतारते समय छत गिरने की घटना।
- राहत दल ने मृतकों की लाशें बाहर निकाली, मौत की सूचना दी गई।
- मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने का निर्णय।
बैतूल, Newsstate24 के प्रतिनिधि। वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड के पाथाखेड़ा क्षेत्र में छतरपुर –1 कोयला खदान में बुधवार दोपहर लगभग 10 मीटर की छत गिर गई थी। इससे उसमें दबने से तीन मजदूर मर गए थे। रात करीब आठ बजे तक राहत दल ने तीनों के लाशें बाहर निकाल लिए थे।
घटना छतरपुर 1 खदान के सीएम सेक्शन में बुधवार दोपहर लगभग 3 बजे हुई थी, जब मशीन से कोयला उतारा जा रहा था। खदान में करीब 3.5 किमी भीतर अचानक छत धंस गई थी, इससे वहां काम कर रहे तीनों श्रमिक दब गए थे। सूचना मिलते ही राहत दल और एसडीईआरएएफ, एंबुलेंस टीम मौके पर पहुंच गए थे।
वैज्ञानिकों ने मौत की सूचना दी
- घटना खदान के मुहाने से लगभग 3.5 किलोमीटर की दूरी पर कंटीन्यूअस माइनर सेक्शन में राहत दल ने दबे हुए तीनों श्रमिकों को अचेत हालत में बाहर निकाला था।
- उन्हें तत्काल एम्बुलेंस से वेकोलि अस्पताल ले जाया गया था। वैज्ञानिकों ने जांच के बाद वे मृत घोषित कर दिया था।
पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने का निर्णय
- घटना की सूचना प्राप्त होते ही कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, एसपी निश्चल झरिया, विधायक योगेश पंडाग्रे मौके पर पहुंचे थे।
- विधायक और कलेक्टर सूर्यवंशी ने जीएम वेस्टर्न कोल्ड लिमिटेड को लाइफ कवर स्कीम से आर्थिक सहायता के निर्देश दिए थे। साथ ही एक्स ग्रेसिया, ग्रेच्युटी, कंपनसेशन और पीएफ, लाइफ इनकेशमेंट की राशि भी तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे।