बीकानेर-बिलासपुर एक्सप्रेस में तराना के निकट पावर कार कोच में आग लग गई। पायलट की चतुराई के कारण कोच को अलग करके एक बड़े हादसे को टाल दिया गया। आग बुझाने के बाद इंजन ने ट्रेन को सुरक्षित स्थान पर ले जाया। इस घटना में किसी को भी चोट नहीं आई। इसके अलावा चार अन्य ट्रेनों में भी देरी हुई। जांच का कार्य जारी है।

HighLights
- पावर कार कोच में अचानक आग लग गई
- पायलट ने आग की स्थिति में दिखाया साहस
- ट्रेन को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया
Newsstate24 प्रतिनिधि, उज्जैन। बीकानेर से बिलासपुर की ओर जा रही एक्सप्रेस ट्रेन में रविवार की शाम तराना के पास जंगल में पावर कार कोच (जनरेटर कोच) में आग लग गई। पायलट ने समझदारी दिखाते हुए पावर कार को ट्रेन से अलग कर तराना तक पहुँचाया। यहाँ आग पर काबू पाया गया।
इसके बाद उसी इंजन को फिर से जंगल में भेजकर ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना किया गया। इस दुर्घटना में कोई भी रेलकर्मी या यात्री घायल नहीं हुआ है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
पायलट ने दिखाई सूझबूझ
- ट्रेन संख्या 20846 बीकानेर-बिलासपुर एक्सप्रेस रविवार को शाम करीब 4 बजकर 35 मिनट पर उज्जैन से रवाना हुई थी। ट्रेन ताजपुर के आगे शिवपुरा फ्लैग स्टेशन से निकलते ही इंजन के पीछे लगे पावर कार कोच में आग लग गई। इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया।
- पायलट ने ट्रेन को जंगल में ही पावर कोच से अलग कर दिया। जलते हुए पावर कार को लेकर इंजन तराना स्टेशन पहुँचा। यहाँ पहले से ही रेलवे कर्मचारियों ने फायर ब्रिगेड को सूचित कर दिया था। लगभग एक घंटे की मेहनत के बाद दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया।
ट्रेन को दोबारा लेने पहुंचा इंजन
जलते हुए पावर कार को तराना स्टेशन पर रोककर इंजन लेकर पायलट फिर से शिवपुरा फ्लैग स्टेशन के जंगल में पहुँचा और ट्रेन को लेकर लगभग डेढ़ घंटे की देरी से रवाना हुआ। इससे यात्रियों ने राहत की सांस ली।
आग के कारण चार ट्रेनें भी देरी से चलीं
रेलवे अधिकारियों के अनुसार उज्जैन-मक्सी सेक्शन में पावर कार में आग लगने के कारण ट्रेन संख्या 59319 उज्जैन-भोपाल पैसेंजर, 19489 अहमदाबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस, 14309 लक्ष्मीबाई नगर-योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस तथा ट्रेन संख्या 18233 इंदौर-बिलासपुर एक्सप्रेस भी अपने निर्धारित समय से लगभग एक घंटे 40 मिनट की देरी से रवाना की गई।
बड़ा हादसा टला (बाक्स)
अगर ट्रेन के पावर कार कोच को समय पर अलग नहीं किया जाता तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। फिलहाल रेलवे ने इस मामले की पूरी जांच शुरू कर दी है। अधिकारी रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को सौंपेंगे।