रेनो ने घोषणा की है कि वह रेनो निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की शेष 51 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगा। वर्तमान में यह हिस्सेदारी निसान मोटर कॉर्प के पास है। फ्रांसीसी कार निर्माता रेनो ने सोमवार को बताया कि वह अपने भारतीय जॉइंट वेंचर में अपने जापानी साझेदार निसान की हिस्सेदारी खरीदने जा रहा []
Published: Tuesday, 1 April 2025 at 08:29 pm | Modified: Thursday, 3 April 2025 at 02:44 am | By: Kapil Sharma | 📂 Category: ऑटो
रेनो ने घोषणा की है कि वह रेनो निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की शेष 51 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगा। वर्तमान में यह हिस्सेदारी निसान मोटर कॉर्प के पास है।
फ्रांसीसी कार निर्माता रेनो ने सोमवार को बताया कि वह अपने भारतीय जॉइंट वेंचर में अपने जापानी साझेदार निसान की हिस्सेदारी खरीदने जा रहा है। कंपनी के बयान के अनुसार, रेनो समूह निसान की 51 फीसदी हिस्सेदारी लेकर रेनो निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का 100 फीसदी मालिकाना हक प्राप्त करेगा। हालांकि, कंपनी ने इस लेन-देन से जुड़े वित्तीय विवरण साझा नहीं किए हैं।
रेनो समूह और निसान ने इस संबंध में एक शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किया है। इस समझौते में रेनो समूह और निसान के बीच मौजूदा परियोजनाओं को जारी रखने और भारत में उनके भविष्य के संबंधों को परिभाषित करने के लिए एक परिचालन समझौता भी शामिल है।
बयान में कहा गया है कि निसान भविष्य में भारत के लिए वाहन निर्माण और निर्यात के लिए आरएनएआईपीएल का उपयोग करना जारी रखेगा। कंपनी ने यह भी बताया कि आरएनएआईपीएल नई मैग्नाइट सहित निसान के नए मॉडल का उत्पादन जारी रखेगी। इस समझौते के अनुसार, रेनो समूह और निसान संयुक्त रूप से काम करना जारी रखेंगे। रेनो समूह 2026 से निसान के लिए एक वाहन का विकास और उत्पादन करेगा, जिसे निसान के लिए डिजाइन किया जाएगा।
रेनो समूह के सीईओ लुका डी मेओ ने कहा है कि निसान के साथ लंबे समय से साझेदारी और प्रमुख शेयरधारक के रूप में रेनो समूह को निसान के प्रदर्शन को शीघ्र सुधारने में गहरी रुचि है। उन्होंने कहा कि हमारी चर्चा का मुख्य उद्देश्य व्यावहारिकता और व्यावसायिक दृष्टिकोण था ताकि निसान के रिकवरी योजना का समर्थन करने के सबसे प्रभावी तरीकों की पहचान की जा सके। यह समझौता दोनों पक्षों के लिए लाभकारी है, और भारत एक महत्वपूर्ण ऑटोमोटिव बाजार है जहां रेनो समूह एक प्रभावी औद्योगिक उपस्थिति और पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करेगा।