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आनंद महिंद्रा ने डॉ. पवन गोयनका के योगदान पर अपनी भावनाएं व्यक्त की

आनंद महिंद्रा ने डॉ. पवन गोयनका की जिंदगी और महिंद्रा स्कॉर्पियो में उनके योगदान पर अपने भावनात्मक विचार साझा किए हैं। गोयनका ने महिंद्रा में R&D को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और कंपनी को नई दिशा दी। आनंद महिंद्रा ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट साझा किया। **हाइलाइट्स** आनंद []

Published: Sunday 30 March, 2025 at 05:03 pm | Modified: Sunday 30 March, 2025 at 05:03 pm | By: Kapil Sharma | 📂 Category: ऑटो

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आनंद महिंद्रा ने डॉ. पवन गोयनका के योगदान पर अपनी भावनाएं व्यक्त की

आनंद महिंद्रा ने डॉ. पवन गोयनका की जिंदगी और महिंद्रा स्कॉर्पियो में उनके योगदान पर अपने भावनात्मक विचार साझा किए हैं। गोयनका ने महिंद्रा में R&D को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और कंपनी को नई दिशा दी।

आनंद महिंद्रा ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट साझा किया।

**हाइलाइट्स**

आनंद महिंद्रा ने डॉ. पवन गोयनका के योगदान पर एक भावुक पोस्ट की
गोयनका ने महिंद्रा स्कॉर्पियो के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
उन्हें हाल ही में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया

**नई दिल्ली**
भारत के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। वे अक्सर दिलचस्प कहानियाँ साझा करते हैं। हाल ही में उन्होंने एक भावुक कहानी साझा की जो महिंद्रा की स्कॉर्पियो कार से जुड़ी हुई है। आइए जानते हैं कि आनंद महिंद्रा ने अपने लेटेस्ट पोस्ट में क्या लिखा है।

**डॉ. पवन गोयनका की जिंदगी**
आनंद महिंद्रा ने डॉ. पवन गोयनका की जिंदगी और उनके योगदान को लेकर भावुक विचार व्यक्त किए। यह एक पुरानी यादों का क्षण था। उनका रिश्ता 1990 के दशक में शुरू हुआ जब गोयनका ने अमेरिका में जनरल मोटर्स की नौकरी छोड़कर भारत लौटने का साहसिक निर्णय लिया। महिंद्रा ने उन्हें महिंद्रा एंड महिंद्रा में शामिल होने के लिए प्रेरित किया, जहां उन्हें नासिक प्लांट में रिसर्च एंड डेवलपमेंट का डिप्टी हेड नियुक्त किया गया। लेकिन जब गोयनका वहां पहुंचे, तो R&D की खराब स्थिति देख उन्हें अपने निर्णय पर संदेह हुआ।

**महिंद्रा स्कॉर्पियो में डॉ. पवन गोयनका का योगदान**
शुरुआती चुनौतियों के बावजूद, डॉ. गोयनका ने R&D की जिम्मेदारी निभाई और महिंद्रा स्कॉर्पियो जैसी सफल कार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व ने कंपनी के उत्पादों को उच्चतम स्तर पर पहुंचाया और एक विश्वस्तरीय R&D सेंटर की स्थापना की, जो आज भी भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में नवाचार कर रहा है। समय के साथ, गोयनका M&M लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO बने, और इस पद पर रहते हुए उन्होंने कंपनी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।

**आनंद महिंद्रा हुए इमोशनल**
आनंद महिंद्रा के लिए एक भावुक क्षण तब आया जब उन्होंने डॉ. पवन गोयनका और उनकी पत्नी ममता को महिंद्रा की नई इलेक्ट्रिक SUV, XEV 9e खरीदते देखा। यह घटना महिंद्रा के लिए केवल एक खरीद नहीं थी, बल्कि गोयनका के कंपनी और उद्योग पर गहरे प्रभाव का प्रतीक थी। गोयनका ने महिंद्रा के ऑटोमोबाइल क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाए थे, और अब वे उसी नई तकनीक को अपना रहे थे जिसकी नींव उन्होंने रखी थी। महिंद्रा के लिए यह देखना अत्यंत भावुक था कि गोयनका का सफर प्रोडक्ट निर्माण से नई तकनीक अपनाने तक पूरा हुआ।

2021 में रिटायर होने के बाद, गोयनका ने इन-स्पेस के चेयरमैन का पद संभाला, जो एक सरकारी संस्था है और भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी कंपनियों को प्रोत्साहित करती है। उनके उत्कृष्ट करियर और भारतीय उद्योग में योगदान के लिए उन्हें हाल ही में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डॉ. पवन गोयनका की शिक्षा भी अद्वितीय है। उन्होंने IIT कानपुर से B.Tech और कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से Ph.D. की है। इसके बाद उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम पूरा किया। उनका करियर 40 साल से अधिक का है, जिसमें 14 साल जनरल मोटर्स के R&D सेंटर में और 28 साल महिंद्रा एंड महिंद्रा में बिताए। वर्तमान में, वे IIT मद्रास के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन और वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की SCALE कमेटी के प्रमुख भी हैं, जिससे वे भारत के औद्योगिक और तकनीकी क्षेत्र को सशक्त कर रहे हैं।

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