ईडी की कार्रवाई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सख्त कदम उठाते हुए शुक्रवार (21 मार्च, 2025) को हरसतिंदर पाल सिंह हायर को गिरफ्तार किया है। वह पीएसीएल (PACL) घोटाले के प्रमुख आरोपी निर्मल सिंह भंगू के दामाद हैं। अदालत ने उन्हें ईडी की हिरासत में भेज दिया है।
मामले की पृष्ठभूमि
सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने जांच की शुरुआत की थी। इस मामले में पर्ल एग्रोटेक कॉरपोरेशन लिमिटेड (PACL) इंडिया लिमिटेड, पीजीएफ लिमिटेड, निर्मल सिंह भंगू और अन्य कई व्यक्तियों के खिलाफ आरोप लगाए गए थे। इन कंपनियों पर निवेशकों से धोखाधड़ी करके 48,000 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है।
हरसतिंदर पाल सिंह हायर की भूमिका
ईडी की जांच में यह खुलासा हुआ कि हरसतिंदर पाल सिंह हायर पीएसीएल से संबंधित कई कंपनियों के निदेशक रहे हैं, जिनमें ऑस्ट्रेलिया की दो कंपनियां- पर्ल्स ऑस्ट्रेलासिया प्राइवेट लिमिटेड और ऑस्ट्रेलासिया मिराज आई-प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल हैं।
PACL और जुड़ी कंपनियों ने भेजे 657.18 करोड़ रुपये ऑस्ट्रेलिया
यह धन हरसतिंदर पाल सिंह हायर की ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों के माध्यम से रियल एस्टेट में निवेश किया गया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश (25 जुलाई 2016) का उल्लंघन करते हुए इन संपत्तियों को बेचने का प्रयास किया था।
अब तक क्या कार्रवाई हुई?
इस मामले में ईडी ने अब तक 706 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच की हैं, जिनमें से 462 करोड़ रुपये की 2 अचल संपत्तियां ऑस्ट्रेलिया में कुर्क की गई हैं। भारत में भी 244 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। PACL, निर्मल सिंह भंगू और अन्य के खिलाफ 2 चार्जशीट दाखिल की जा चुकी हैं। उल्लेखनीय है कि पीएसीएल के प्रमोटर निर्मल सिंह भंगू का अगस्त 2023 में निधन हो गया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जस्टिस लोढ़ा कमेटी को इन संपत्तियों की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की गई है, ताकि निवेशकों को उनका धन वापस मिल सके।
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