**आदिवासी परिवार द्वारा युवक की बंधक बनाने और पिटाई का मामला: मध्य प्रदेश के मऊगंज में खतरनाक मुठभेड़**
मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में एक shocking घटना सामने आई है, जहां एक आदिवासी परिवार ने एक युवक को बंधक बनाकर उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी। जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम, जिसमें थाना प्रभारी भी शामिल थे, युवक को बचाने के लिए मौके पर पहुँची, लेकिन आरोपियों ने उन पर भी हमला कर दिया। इस हमले में एक Assistant Sub-Inspector (ASI) की जान चली गई।
यह मामला दो महीने पहले हुई एक सड़क दुर्घटना से जुड़ा हुआ है, जिसमें 30 वर्षीय अशोक कुमार नाम के एक आदिवासी की मृत्यु हुई थी। उस परिवार ने इसे दुर्घटना मानने से इनकार करते हुए सनी द्विवेदी नाम के युवक पर हत्या का आरोप लगाया। होली के दिन, लगभग शाम चार बजे, आदिवासी परिवार ने सनी द्विवेदी को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया और उसकी पिटाई की। इस मारपीट के दौरान सनी की भी मृत्यु हो गई।
कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने बताया कि गांव में दो गुटों के बीच विवाद के चलते लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। सुरक्षा के मद्देनजर, गांव में धारा 163 लागू की गई है; पहले यहां धारा 144 लागू थी। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सीधी और रीवा जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया है। सतना जिले के अधिकारियों को भी आपातकालीन परिस्थितियों के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
घटनास्थल से हमले के बाद की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं, जो इस गंभीर स्थिति को स्पष्ट करती हैं। इस प्रकार की घटनाएं न केवल हमारे समाज के लिए चिंता का विषय हैं, बल्कि इसके पीछे की जटिलताओं को भी समझने की आवश्यकता है।
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