MP Police: पुलिस मुख्यालय की सीआइडी शाखा के माध्यम से डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों को गंभीर, सनसनीखेज और जघन्य अपराधों को पहचानने के लिए निर्देशित किया है

HighLights
- जिलों को चार श्रेणियों में विभाजित कर अपराधों की विवेचना और निपटान किया जाएगा
- डीजीपी ने गंभीर अपराध मामलों के समाधान के लिए वार्षिक लक्ष्य निर्धारित किया है
- गंभीर, सनसनीखेज और जघन्य अपराधों की पहचान के लिए निर्देश दिए गए हैं
राज्य ब्यूरो, Newsstate24, भोपाल। मध्य प्रदेश में गंभीर अपराधों की सूची के साथ पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने इन अपराधों की विवेचना और त्वरित समाधान के लिए जिलों को चार श्रेणियों में बांटने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, सभी जिलों को अपराधों के समाधान के लिए वार्षिक लक्ष्य भी सौंपे गए हैं। पुलिस मुख्यालय की सीआइडी शाखा के माध्यम से डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों को गंभीर, सनसनीखेज और जघन्य अपराधों की पहचान करने के निर्देश दिए हैं।
विभिन्न श्रेणियों में शामिल जिले और वार्षिक लक्ष्य
- ए-श्रेणी के अंतर्गत इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, देवास, धार, उज्जैन, रतलाम और रीवा शामिल हैं। इनके लिए 40 गंभीर अपराधों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है
- बी-श्रेणी में बैतूल, खरगोन, रायसेन, नरसिंहपुर, शिवपुरी, छतरपुर, सिंगरौली, सीहोर, झाबुआ, छिंदवाड़ा, विदिशा, मुरैना, खंडवा, बड़वानी, इंदौर देहात, राजगढ़, सतना, सीधी, भिंड, सिवनी, गुना, शहडोल, मंदसौर, अशोकनगर, पन्ना, बालाघाट, नर्मदापुरम, दतिया, टीकमगढ़, दमोह, शाजापुर और कटनी हैं। इन्हें 20 गंभीर अपराधों का लक्ष्य दिया गया है
- सी-श्रेणी में आलीराजपुर, श्योपुर, हरदा, अनूपपुर, डिंडौरी, नीमच, मऊगंज, उमरिया, आगर-मालवा, मैहर, भोपाल देहात और बुरहानपुर शामिल हैं। इन जिलों के लिए 15 गंभीर अपराधों का लक्ष्य रखा गया है
- डी-श्रेणी में निवाड़ी, पांढुर्णा, रेल भोपाल, रेल जबलपुर और रेल इंदौर के लिए पांच गंभीर अपराधों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है
गंभीर और सनसनीखेज अपराधों की सूची
- हत्या के वीभत्स मामले जैसे जिंदा जलाना, सार्वजनिक स्थानों पर दिनदहाड़े हत्या करना, सामूहिक हत्याएं
- संगठित अपराध और गंभीर आर्थिक अपराध
- हत्या के साथ डकैती, बैंक, सराफा और सार्वजनिक स्थान पर दिनदहाड़े डकैती, सामूहिक बलात्कार या नाबालिग के साथ दुष्कर्म
- आतंकवादी गतिविधियां और अपहरण के साथ हत्या
- धार्मिक भावनाओं से जुड़ी पुरातात्विक महत्व की मूर्तियों की चोरी
- वे आपराधिक मामले जो जनता में भय या असुरक्षा का एहसास कराते हैं
- तेजाब हमलों के मामले
- 12 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं के साथ बलात्कार तथा नाबालिगों के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले
- नक्सलियों द्वारा की गई अपराध गतिविधियां
- बड़े स्तर पर सफेदपोश अपराध जैसे बैंक धोखाधड़ी, मनी लांडरिंग और साइबर धोखाधड़ी
- खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वाली फैक्ट्रियों के विरुद्ध महत्वपूर्ण आपराधिक मामले
- साइबर क्राइम और एनडीपीसी एक्ट के तहत महत्वपूर्ण मामले जिनका समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है
- वन्यजीवों से संबंधित गंभीर अपराध