मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं बोर्ड की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच का कार्य चल रहा है। इस बार अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है। यदि कॉपी जांचने में कोई गलती होती है, तो मूल्यांकनकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पूरी प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में की जा रही है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि परिणाम समय पर घोषित हो जाएं।
इस बार 17 लाख विद्यार्थियों ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा दी थी। कॉपियों की जांच का कार्य 90 लाख कॉपियों के साथ जारी है। इसके लिए 40 हजार शिक्षकों को नियुक्त किया गया है। अप्रैल के तीसरे सप्ताह तक परिणाम तैयार कर लिया जाएगा और मई के पहले सप्ताह में परिणाम घोषित होने की संभावना है।
माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा दोनों कक्षाओं के प्रश्न-पत्रों की जांच की गई है। चार विषयों में प्रश्नों में त्रुटियां पाई गई हैं, जिसके चलते विद्यार्थियों को बोनस अंक दिए गए हैं। कॉपियों की जांच मॉडल उत्तर के अनुसार की जा रही है।
गलत कॉपी जांचने की स्थिति में 100 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। यदि शिक्षक ने गलत उत्तरपुस्तिका जांची, तो विद्यार्थी के नंबर बढ़ने पर यह जुर्माना लगाया जाएगा। इस साल 17 लाख विद्यार्थियों की करीब 90 लाख उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा, जिसमें अब तक 45 प्रतिशत कॉपियों की जांच हो चुकी है।
10वीं की परीक्षा 21 मार्च और 12वीं की परीक्षा 25 मार्च को समाप्त हुई। मूल्यांकन केंद्र में सख्त नियम लागू किए गए हैं, और एक बार प्रवेश करने के बाद शिक्षक को बाहर नहीं जाने दिया जाता है। मोबाइल फोन का उपयोग भी प्रतिबंधित है।
दोनों कक्षाओं के विद्यार्थियों को गणित में एक-एक बोनस अंक दिया जाएगा। 12वीं के गणित में बहुविकल्पीय सवाल में विकल्प गलत थे, जबकि 10वीं के उर्दू विषय में दो बोनस अंक मिलेंगे।
मंडल के निर्देशों के अनुसार, 10वीं उर्दू के पेपर में बी सेट के विद्यार्थियों को यदि प्रश्न क्रमांक-6 हल करने का प्रयास किया है, तो उन्हें दो अंक दिए जाएंगे। 12वीं संस्कृत के पेपर में भी प्रश्न क्रमांक-1 में गलती के लिए एक बोनस अंक प्रदान किया जाएगा।
उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के बाद अंक ऑनलाइन प्रविष्ट किए जा रहे हैं। मूल्यांकन केंद्रों पर मंडल मुख्यालय से निगरानी रखी जा रही है, और सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं। इन कैमरों के माध्यम से मंडल मुख्यालय से अधिकारी निगरानी करेंगे।