इंदौर में मेकअप आर्टिस्ट भावना सिंह की हत्या के मामले में आरोपी आशु यादव अब भी फरार है। पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर दिया है और उसकी खोज शुरू कर दी है। भावना के मुंहबोले भाई पंकज और कृष्णकांत ने शनिवार को इंदौर में उसका अंतिम संस्कार किया।

HighLights
- आरोपी आशु यादव की तलाश में पुलिस की टीमें सक्रिय।
- पुलिस को आशु के अवैध व्यवसायों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई है।
- भावना के मुंहबोले भाई ने उसका अंतिम संस्कार किया।
Newsstate24 प्रतिनिधि, इंदौर(Bhawna Singh Murder)। मेकअप आर्टिस्ट भावना सिंह उर्फ तनु के हत्यारे जिम ट्रेनर आशु यादव का कोई सुराग नहीं मिला है। भाई मुकुल और दोस्त स्वास्ति भी फरार हैं। लसूड़िया थाने की एक टीम दतिया भेजी गई है। शनिवार को भावना के मुंहबोले भाई पंकज और कृष्णकांत ग्वालियर से शव लेने आए और इंदौर में उसका अंतिम संस्कार किया गया।
टीआई तारेश सोनी के अनुसार, आशु यादव अवैध गतिविधियों में संलिप्त था। जिस स्थान पर हत्या हुई, वहां का अनुबंध पीयूष अवस्थी, रोहित दयानी, विख्यात पाठक, कान्हा गोयल और राहुल शर्मा के नाम पर किया गया था। भाई मुकुल और महिला दोस्त स्वास्ति राय भी वहां रहते थे।
ऑनलाइन सट्टे के धंधे में शामिल था
जानकारी के अनुसार, आशु ऑनलाइन सट्टे के धंधे में लिप्त था। किशनगंज थाना में उसके खिलाफ मारपीट की एफआईआर भी दर्ज करवाई गई थी। घटना के बाद तीनों ने अपने मोबाइल बंद कर लिए। उनकी अंतिम लोकेशन रिंग रोड पर मिली है।
पिपल्याकुमार (निपानिया रोड) के सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुए हैं। कॉल डिटेल्स पर आशु के परिचितों से पूछताछ की गई है। कान्हा के पिता राधेश्याम गोयल को भी बिचौली मर्दाना क्षेत्र से पकड़ा गया है। परिचितों ने बताया कि घटना के बाद आशु का कॉल आया था और उसने कहा था कि मजाक में भावना से गोली चली गई।
दादी का शव लेने से मना, मुंहबोले भाई हुए तैयार
शनिवार को पंकज ठाकुर और कृष्णकांत इंदौर पहुंचे। पंकज ने बताया कि वह भावना का मुंहबोला भाई है और भावना उसे राखी बांधती थी। उसे सोशल मीडिया पर भावना की हत्या की सूचना मिली थी। दादी जमुनादेवी और चाचा के शव लेने से मना करने पर उसे आना पड़ा।
पंकज के अनुसार, भावना के पिता संतोष सिंह और मां की दस साल पहले सड़क हादसे में मृत्यु हो चुकी है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उसने कमरा लेकर क्लाउड किचन का काम शुरू किया, लेकिन कुछ समय बाद वह काम बंद कर दिया।
वह ब्यूटीशियन का कोर्स करना चाहती थी, और पंकज ने खर्च की जिम्मेदारी भी ली थी। होली के दौरान वह ग्वालियर में थी और इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीरें भी अपलोड की थीं। भावना कोर्स के सिलसिले में इंदौर आई थी, और स्वास्ति उसकी दोस्त है जिसने उसे पार्टी के लिए बुलाया था।
पार्टी में क्या हुआ और गोली क्यों चलाई गई, इसकी जानकारी नहीं है। पंकज के मुताबिक, भावना ने दस साल पहले शादी की थी, लेकिन फिर पति से अलग हो गई। शादी किससे हुई, यह जानकारी नहीं है। पंकज खुद पिछले पांच साल से ही उसका भाई बना है।
जिम ट्रेनर और प्रॉपर्टी कारोबारी के रूप में जाना जाता था
पुलिस को आशु के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। परिचित अलग-अलग बातें बता रहे हैं। एफआईआर में उसे जिम ट्रेनर के रूप में उल्लेख किया गया है, जबकि परिचित उसे प्रॉपर्टी कारोबारी बताते हैं। पुलिस का दावा है कि आशु सट्टे के कारोबार में शामिल था और उसकी लग्जरी लाइफ स्टाइल की भी जानकारी प्राप्त हुई है। उसने 1200 रुपये प्रतिदिन पर कार किराए पर ली थी और मकान का किराया 35 हजार रुपये महीना देता था।