Last Updated:March 17, 2025, 16:52 IST
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रियल एस्टेट विशेषज्ञों का कहना आने वाले समय में भी तेजी का ट्रेंड जारी रहेगा.
हाइलाइट्स
- नोएडा और गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की कीमतें 128% तक बढ़ीं.
- बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी ने निवेशकों को आकर्षित किया.
- नोएडा के सेक्टर-150 में संपत्ति की कीमतें 128% तक बढ़ीं.
नई दिल्ली. देश में प्रॉपर्टी की कीमतों में पिछले कुछ समय में जबरदस्त तेजी आई है. एनसीआर में भी प्लॉट, मकान, दुकान आदि के रेट खूब चढे हैं. पिछले चार वर्षों में एनसीआर के शहरों में नोएडा और गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की कीमतें सबसे ज्यादा बढी हैं. यहां रेट दोगुने से ज्यादा हो गए हैं. एनारॉक की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 से 2024 के बीच इन दोनों शहरों में संपत्तियों की कीमतों में 128% तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. खास बात यह है कि इस अवधि में किराये की दरों में उतनी वृद्धि नहीं हुई है.
एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक, नोएडा के सेक्टर-150 में संपत्ति की कीमतों में 128% तक की वृद्धि दर्ज की गई है, लेकिन किराये में केवल 66% का इजाफा हुआ. वहीं, गुरुग्राम के सोहना रोड पर प्रॉपर्टी की कीमतें 59% बढ़ी हैं, जबकि किराया सिर्फ 47% बढ़ा. रियल एस्टेट विशेषज्ञों के मुताबिक, इन इलाकों में कीमतों के बढ़ने के पीछे कई बड़े कारण हैं जैसे बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी, बड़े कॉरपोरेट ऑफिस और आईटी कंपनियों का विस्तार तथा रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स की मांग आदि.
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नोएडा के प्रीमियम सेक्टर्स में जबरदस्त ग्रोथ
एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा का कहना है कि नोएडा के प्रीमियम सेक्टर्स में शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर और बेहतर कनेक्टिविटी की वजह से प्रॉपर्टी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया है. एक्सप्रेसवे से सीधा कनेक्शन, हाई-एंड अपार्टमेंट्स और ग्रीन स्पेस के कारण यह इलाका निवेशकों की पहली पसंद बना हुआ है. चार साल पहले यहां जिन लोगों ने निवेश किया था, उन्हें अब उनकी संपत्ति पर दोगुने से भी ज्यादा रिटर्न मिल चुका है. आने वाले समय में यह ग्रोथ और भी तेज हो सकती है.
रॉयल ग्रीन रियल्टी के मैनेजिंग डायरेक्टर यशांक वासन का कहना है कि 2021 से 2024 के बीच एनसीआर के प्रीमियम इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है, जिससे निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ है, भले ही किराये की दरें उतनी तेजी से नहीं बढ़ी हों. उदाहरण के लिए, सोहना रोड पर प्रॉपर्टी की कीमतों में 59% की बढ़ोतरी हुई, जबकि किराया सिर्फ 47% बढ़ा. वहीं, नोएडा के सेक्टर-150 में यह अंतर और भी बड़ा है, जहां प्रॉपर्टी की कीमतें 128% बढ़ीं, लेकिन किराया सिर्फ 66% बढ़ सका.
गुरुग्राम में कमर्शियल और रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स की डिमांड बढ़ी
एससीबीएस डेवलपमेंट्स के ग्रुप मैनेजिंग डायरेक्टर सौरभ सहारन का कहना है कि के प्रीमियम इलाकों में बीते चार वर्षों में प्रॉपर्टी की कीमतों में लगातार इजाफा देखा गया है. इसकी बड़ी वजह यहां कमर्शियल और रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स की बढ़ती मांग है. जिससे रियल एस्टेट मार्केट में जबरदस्त तेजी आई है. यह ट्रेंड आने वाले समय में भी जारी रहेगा, क्योंकि यहां इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और कनेक्टिविटी पर लगातार काम हो रहा है.
एक्सप्रेसवे और मेट्रो ने बढ़ाया निवेश
स्पेक्ट्रम मेट्रो के वाइस प्रेजीडेंट सेल्स व मार्केटिंग अजेंद्र सिंह का कहना है कि नोएडा में एक्सप्रेसवे, मेट्रो और अन्य बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की वजह से निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ी है. सेक्टर-150, सेक्टर-93 और नोएडा एक्सटेंशन में नए हाईवे, मेट्रो लिंक और कमर्शियल सेंटर बनने से कीमतों में बड़ा उछाल देखा गया है. काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी का कहना है कि नोएडा और गुरुग्राम में हाई-एंड प्रोजेक्ट्स, लक्ज़री टाउनशिप और बढ़ते कॉरपोरेट हब्स की वजह से रियल एस्टेट सेक्टर में बूम देखने को मिला है. नोएडा में एक्सप्रेस वे के नजदीक, सेक्टर 115, द्वारका एक्सप्रेस वे, साइबर सिटी, गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन जैसे इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है.
मुंबई में किराया ज्यादा बढा
एनारॉक की रिपोर्ट के अनुसार देश के बाकि प्रमुख शहरों में संपत्ति की कीमतों और किराये में अलग-अलग रुझान देखने को मिल रहे हैं. मुंबई के चेंबूर और मुलुंड में संपत्ति की कीमतें क्रमशः 48% और 43% बढ़ीं, लेकिन किराया इससे कम 42% और 29% ही बढ़ा. हैदराबाद के हाईटेक सिटी और गाचीबोवली में भी यही पैटर्न नजर आया, जहां संपत्ति की कीमतों में 62% और 78% की बढ़ोतरी हुई, जबकि किराये में क्रमशः 54% और 62% की वृद्धि देखी गई. पुणे, कोलकाता और चेन्नई में किराये की बढ़ोतरी संपत्ति की कीमतों से अधिक रही. पुणे के हिंजेवाड़ी में किराया 57% बढ़ा, जबकि संपत्ति की कीमतों में केवल 37% की वृद्धि हुई. कोलकाता के ईएम बाईपास में किराया 51% चढ़ा, लेकिन संपत्ति के दाम सिर्फ 19% बढ़े. इसी तरह, चेन्नई के पल्लवरम में किराया 44% बढ़ा, जबकि संपत्ति की कीमतें सिर्फ 21% ही बढ़ सकीं.