Iran Currency Rial: ईरान की करेंसी रियाल शनिवार 5 अप्रैल, 2025 को अपने ऐतिहासिक सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है. अब 10,43,000 ईरानी रियाल अमेरिकी डॉलर के बराबर हो गया है. इससे पहले 20 मार्च को फारसी नववर्ष नोरोज के अवसर पर 10 लाख ईरानी रियाल की कीमत डॉलर से भी कम हो गई थी. नए साल का जश्न मनाने के बाद जब लोग फिर से अपने काम पर लौटे, तो इसकी कीमत और गिरकर 1,043,000 रियाल प्रति डॉलर तक पहुंच गई.
ईरान पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों का दबाव
समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार, तेहरान के फेरडोसी स्ट्रीट, जो कि करेंसी एक्सचेंज का प्रमुख केंद्र माना जाता है, वहां व्यापारियों ने अनिश्चितता के चलते करेंसी एक्सचेंज रेट डिस्प्ले बोर्ड को बंद कर दिया. ईरान की अर्थव्यवस्था कई वर्षों से अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों के चलते दबाव में है. विशेष रूप से 2018 में अमेरिका द्वारा तेहरान के साथ हुए परमाणु समझौते से बाहर निकलने के बाद देश की अर्थव्यवस्था पर अधिक प्रभाव पड़ा है.
ट्रंप ने ईरान को बनाया निशाना
2015 में समझौते के समय ईरान ने अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों के हटाने के बदले में अपने यूरेनियम भंडार को 300 किलोग्राम और संवर्धन को 3.67 प्रतिशत तक सीमित करने का निर्णय लिया. उस समय रियाल का कारोबार 32,000 प्रति डॉलर पर हो रहा था. जनवरी में फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद ट्रंप ने ईरान पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया.
इसके तहत उन्होंने ईरानी कच्चे तेल के व्यापार में संलग्न 16 संस्थाओं और पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री पर प्रतिबंध लगा दिए. इनमें चीन में डिस्काउंट पर बिक्री करने वाली कंपनियाँ भी शामिल थीं. इससे रियाल की कीमत में और कमी आई. बाजार के विश्लेषकों का कहना है कि तेल की बिक्री में कमी और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण महंगाई के दबाव में ईरानी करेंसी की गिरावट हुई है.
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