Posted in

सोने के साथ-साथ चांदी में भी रुचि बढ़ी, ईटीएफ के इस आंकड़े से मिल रही है पुष्टि

अंतिम अपडेट:16 मार्च, 2025, 10:38 ISTAlso Read: “बस 50 रुपये में पाएं यह मजबूत और सुरक्षित … सोने के साथ-साथ चांदी में भी रुचि बढ़ी, ईटीएफ के इस आंकड़े से मिल रही है पुष्टिRead more

अंतिम अपडेट:16 मार्च, 2025, 10:38 IST

Also Read: “गौतम अडाणी को ₹2,029 करोड़ की रिश्वत के मामले में मिला नोटिस: सोने की कीमत में हुई ₹700 की बढ़ोतरी, अब ऐतिहासिक ₹86,843 पर; जानें अपडेटेड टाटा टियागो NRG के लॉन्च की पूरी जानकारी!”

2021 से चांदी की मांग इसकी उपलब्धता से ज्यादा हो गई है.

मुख्य बातें

  • सिल्वर ईटीएफ में निवेशकों की रुचि में वृद्धि हुई है.
  • जनवरी 2025 तक एयूएम 13,500 करोड़ रुपये से अधिक हो गए हैं.
  • भारतीय बाजार में 12 सिल्वर ईटीएफ उपलब्ध हैं.

नई दिल्ली. पिछले तीन वर्षों में सिल्वर एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ा है। शनिवार को जारी एक नई रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2025 तक ईटीएफ के तहत प्रबंधित संपत्तियों (एयूएम) का आंकड़ा 13,500 करोड़ रुपये को पार कर गया है। जीरोधा फंड हाउस द्वारा प्रदान किए गए हालिया आंकड़ों से पता चलता है कि वर्तमान में भारतीय बाजार में 12 सिल्वर ईटीएफ हैं, जिनमें छह लाख से अधिक निवेशक फोलियो शामिल हैं। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने नवंबर 2021 में परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों को ईटीएफ लॉन्च करने की अनुमति दी थी, जिसके बाद भारत में कीमती धातु के ईटीएफ में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।

जीरोधा फंड हाउस के सीबीओ वैभव जालान ने कहा, “चांदी ईटीएफ में बढ़ते लेनदेन की संख्या निवेशकों की बढ़ती रुचि को दर्शाती है।” उन्होंने बताया कि ये ईटीएफ भौतिक चांदी के स्वामित्व का विकल्प प्रदान करते हैं। इसके साथ ही, ये स्टोरेज, सुरक्षा और बीमा से जुड़ी चिंताओं को दूर करते हुए चांदी की कीमतों को लेकर स्थिति को स्पष्ट करते हैं। इस बढ़ती रुचि का संकेत है कि चांदी के रूप में निवेश विकल्प की मांग बढ़ रही है।

ये भी पढ़ें- गोल्‍ड ईटीएफ के पीछे पूरी दुनिया ‘पागल’, ये आंकड़े देख आपको भी हो जाएगा यकीन

आपूर्ति से अधिक मांग
निवेशक तेजी से अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के तरीके खोज रहे हैं, और सिल्वर ईटीएफ इस कीमती धातु तक पहुंचने का एक सुविधाजनक और परेशानी मुक्त तरीका प्रदान करते हैं। 2021 से चांदी की मांग उसकी आपूर्ति को पार कर गई है। चांदी विभिन्न उद्योगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जैसे कि सौर ऊर्जा, ऑटोमोटिव निर्माण, डिजिटल फोटोग्राफी और आभूषण।

चांदी की थर्मल विशेषताएं और इसकी जंग न लगने की क्षमता इसे औद्योगिक निर्माण और फैब्रिकेशन के लिए एक प्रिय सामग्री बनाती हैं। ‘द सिल्वर इंस्टीट्यूट’ के अनुमानों के अनुसार, चांदी की वैश्विक औद्योगिक मांग में 55 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि ऑटोमोटिव, तकनीकी, फार्मास्यूटिकल्स और सौर ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में इसके बढ़ते उपयोग के कारण हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उद्योग चांदी पर निर्भर हैं, जिसके कारण इसके प्रति आकर्षण बढ़ा है।

पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन का महत्वपूर्ण साधन
जीरोधा फंड हाउस के सीईओ विशाल जैन ने कहा, “चांदी में निवेश का पोर्टफोलियो और आधुनिक उद्योगों दोनों में महत्वपूर्ण योगदान करने की क्षमता है।” उन्होंने कहा कि चांदी ईटीएफ किसी के पोर्टफोलियो में विविधता लाने और इस धातु की खास विशेषताओं का लाभ उठाने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है।

कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb