कर्नाटक पुलिस ने एक नए UPI धोखाधड़ी के मामले, जिसे ‘जम्प्ड डिपॉजिट स्कैम’ कहा जा रहा है, के बारे में लोगों को सचेत किया है। इस स्कैम में धोखेबाज सबसे पहले आपके खाते में पैसे भेजते हैं। आइए जानते हैं कि यह स्कैम क्या है।

धोखेबाजों ने ठगी करने का एक नया तरीका खोज निकाला है।
Also Read: “गर्मी में राहत पाने के लिए: 1 टन और 1.5 टन एयर कंडीशनर के लिए विशेषज्ञों के बेहतरीन टिप्स!”
मुख्य बातें
- कर्नाटक पुलिस ने नए UPI धोखाधड़ी के मामले में चेतावनी जारी की है।
- धोखेबाज पहले आपके अकाउंट में पैसे भेजते हैं।
- अनजान पैसे आने पर तुरंत UPI चेक न करें।
नई दिल्ली। क्या आपके खाते में अचानक 2000 रुपये आ गए हैं? क्या यह किसी धोखेबाज का काम तो नहीं है? धोखेबाजों ने ठगी करने का एक नया तरीका निकाला है, जिसे जम्प्ड डिपॉजिट स्कैम कहते हैं। इसमें, धोखेबाज पहले आपके खाते में 2000-3000 रुपये भेजते हैं। जैसे ही आप अपने खाते में पैसे आने की सूचना देखते हैं और चेक करने जाते हैं, वे पहले से ही आपके खाते से सारे पैसे निकाल लेते हैं।
आप शायद सोच रहे होंगे कि यह कैसे संभव है। आपने न तो किसी लिंक पर क्लिक किया है और न ही किसी को अपना पिन नंबर बताया है, फिर भी आपके खाते से पैसे कैसे निकल सकते हैं? आइए आपको बताते हैं कि यह नया जम्प्ड डिपॉजिट स्कैम कैसे काम करता है।
जम्प्ड डिपॉजिट स्कैम क्या है?
इस स्कैम में मोबाइल यूजर को एक सूचना मिलती है कि उसके खाते में कुछ रुपये जमा हुए हैं। जैसे ही आप अपने UPI खाते में जाकर इसे देखना चाहते हैं, धोखेबाज पहले ही आपको एक विदड्रॉल रिक्वेस्ट भेज चुका होता है। जैसे ही आप अपना पिन डालते हैं, उसकी रिक्वेस्ट स्वीकृत हो जाती है और आपके खाते से पैसे निकल जाते हैं।
इससे कैसे बचें?
इससे बचने का एक उपाय यह है कि यदि आपके पास अनजान नंबर से पैसे आते हैं, तो तुरंत अपने UPI प्लेटफॉर्म पर न जाएं। बल्कि कुछ समय इंतजार करें, ताकि धोखेबाज की योजना विफल हो सके। पैसे आने के आधे घंटे या एक-दो घंटे बाद चेक करें। इसके अलावा, सबसे पहले ऐप पर गलत पिन डालें, ताकि धोखेबाज की रिक्वेस्ट कैंसल हो जाए। स्कैम से संबंधित किसी भी शिकायत के लिए 1930 नंबर पर संपर्क करें।