हाल ही में सीबीआई ने देशभर में भूपेश बघेल सहित 60 स्थानों पर छापेमारी की। ये कार्रवाइयाँ कई राजनेताओं, नौकरशाहों और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ की गईं। छापेमारी छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और दिल्ली में की गई थी। सीबीआई ने महादेव बेटिंग एप के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आरोपी बनाया है। बघेल का []
Published: Wednesday, 2 April 2025 at 03:04 am | Modified: Thursday, 3 April 2025 at 09:12 am | By: Kapil Sharma | 📂 Category: शहर और राज्य
हाल ही में सीबीआई ने देशभर में भूपेश बघेल सहित 60 स्थानों पर छापेमारी की। ये कार्रवाइयाँ कई राजनेताओं, नौकरशाहों और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ की गईं। छापेमारी छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और दिल्ली में की गई थी।
सीबीआई ने महादेव बेटिंग एप के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आरोपी बनाया है। बघेल का नाम एफआईआर में छठे स्थान पर है। इस एफआईआर में महादेव बेटिंग एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल समेत 21 अन्य आरोपितों के नाम भी शामिल हैं। यह मामला आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा से सीबीआई को सौंपा गया था, जिसके आधार पर सीबीआई ने अपराध दर्ज किया है।
हाल ही में सीबीआई ने भूपेश बघेल और अन्य के खिलाफ देशभर में 60 स्थानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी का लक्ष्य कई राजनेताओं, अधिकारियों और पुलिस कर्मियों को निशाना बनाना था। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और दिल्ली में की गई।
इस दौरान कई वरिष्ठ राजनेताओं, नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों और महादेव बुक के प्रमुख पदाधिकारियों के परिसरों की तलाशी ली गई।
सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल विदेश से बेटिंग एप का संचालन करते हैं। उन पर आरोप है कि वे बेटिंग एप से होने वाली आय का एक हिस्सा छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं को प्रोटेक्शन मनी के रूप में देते थे।
आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा ने ईडी के बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। बाद में राज्य सरकार ने मामले की जाँच के लिए इसे सीबीआई को सौंपा, ताकि इसमें शामिल वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य आरोपियों की भूमिका का पता लगाया जा सके।
सीबीआई द्वारा की गई छापेमारी में बड़ी मात्रा में डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य मिले हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। इन दस्तावेजों में वित्तीय लेन-देन से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड शामिल हैं। छापेमारी अभी भी जारी है, और जांच एजेंसी जल्द ही और महत्वपूर्ण खुलासे कर सकती है।
इनमें शामिल नाम हैं: रवि उप्पल, शुभम सोनी, चंद्रभूषण वर्मा, असीम दास, सतीश चंद्राकर, भूपेश बघेल, नीतिश दीवान, सौरभ चंद्राकर, अनिल कुमार अग्रवाल उर्फ अतुल अग्रवाल, विकास छापरिया, रोहित गुलाटी, विशाल आहुजा, धीरज आहुजा, अनिल दम्मानी, सुनील दम्मानी, भीम सिंह, यादव, हरीशंकर तिबरवाल, सुरेंद्र बागड़ी और सूरज चोखानी।