मध्य प्रदेश में तेंदुए के शिकार का एक संदिग्ध मामला प्रकाश में आया है। जब ग्रामीणों ने इसकी सूचना दी, तो वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुए के शव से तेज बदबू आ रही है, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि इसका शिकार कुछ दिन पहले []
Published: Tuesday, 1 April 2025 at 07:58 pm | Modified: Thursday, 3 April 2025 at 02:44 am | By: Kapil Sharma | 📂 Category: शहर और राज्य
मध्य प्रदेश में तेंदुए के शिकार का एक संदिग्ध मामला प्रकाश में आया है। जब ग्रामीणों ने इसकी सूचना दी, तो वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुए के शव से तेज बदबू आ रही है, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि इसका शिकार कुछ दिन पहले किया गया होगा।
मांडू के निकट भडकला के जंगल में तेंदुए का क्षत विक्षत शव मिलने से हड़कंप मच गया। शव के मुंह को कुचला गया है और उसके एक पैर का पंजा कटा हुआ है।
वन विभाग के अधिकारियों और डॉक्टरों की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची है। अधिकारी मामले की गहन जांच का आश्वासन दे रहे हैं।
ग्रामीणों ने वन विभाग को घटना की जानकारी दी। इसके बाद मांडू के रेंजर भुवनसिंह मंडलोई अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। धामनोद वन परिक्षेत्र की टीम भी वहां पहुंची। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग घटना स्थल पर इकट्ठा हुए। मृत तेंदुआ खाई में पत्थरों के किनारे पड़ा हुआ था और शव से बुरी बदबू आ रही थी। ग्रामीणों का मानना है कि यह शव 5 से 6 दिन पुराना हो सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि तेंदुए के पंजे के कटने से यह संदेह है कि इसका शिकार किया गया है। यह भी संभव है कि तांत्रिक क्रिया के लिए पंजा काटा गया हो।
मांडू वन परिक्षेत्र के अधिकारी मंडलोई ने जानकारी दी कि जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। उन्होंने कहा कि जंगल में जानवरों के आपसी संघर्ष के कारण भी यह घटना हो सकती है।
धामनोद वन परिक्षेत्र अधिकारी विवेक सिंह पटेल ने बताया कि उनकी टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। डॉक्टरों की टीम रिपोर्ट तैयार करेगी और उच्च अधिकारियों को घटना की जानकारी दी जा रही है। पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
धार वन मंडल अधिकारी अशोक सोलंकी ने कहा कि घटना के कारणों की जांच के लिए एक दल गठित किया जा रहा है। हम नियमानुसार कार्रवाई कर रहे हैं।