भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बाजार तेजी से विकसित हो रहा है. चीनी ईवी निर्माता बीवाईडी हैदराबाद में 85,000 करोड़ रुपये का निवेश कर 500 एकड़ भूमि पर एक फैक्ट्री स्थापित करने जा रहा है. इस फैक्ट्री से 2032 तक 6,00,000 वाहनों का उत्पादन होने की उम्मीद है. टेस्ला की भारतीय बाजार में एंट्री से पहले []
Published: Sunday, 30 March 2025 at 10:31 am | Modified: Sunday, 30 March 2025 at 10:31 am | By: Kapil Sharma | 📂 Category: ऑटो
भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बाजार तेजी से विकसित हो रहा है. चीनी ईवी निर्माता बीवाईडी हैदराबाद में 85,000 करोड़ रुपये का निवेश कर 500 एकड़ भूमि पर एक फैक्ट्री स्थापित करने जा रहा है. इस फैक्ट्री से 2032 तक 6,00,000 वाहनों का उत्पादन होने की उम्मीद है.
टेस्ला की भारतीय बाजार में एंट्री से पहले BYD ने पहले ही कदम बढ़ा लिया है.
हाइलाइट्स
BYD हैदराबाद में 85,000 करोड़ का निवेश करेगा.
2032 तक 6,00,000 वाहनों का उत्पादन होगा.
हैदराबाद महत्वपूर्ण ईवी निर्माण केंद्र बनेगा.
नई दिल्ली
भारत का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार तेजी से बढ़ रहा है, और विश्व के सबसे बड़े ईवी निर्माताओं में से एक अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहता है. जहां एलन मस्क की टेस्ला भारत में प्रवेश करने की योजना बना रही है, वहीं बीवाईडी पहले से ही इस देश में अपनी पहचान बना चुका है. हाल की रिपोर्टों के अनुसार, BYD तेलंगाना, हैदराबाद में एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने की तैयारी कर रहा है.
फिलॉक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीवाईडी हैदराबाद में 85,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रहा है. इस मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन के लिए किया जाएगा. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि ब्रांड तेलंगाना में भूमि की तलाश कर रहा है और संभावना है कि हैदराबाद अंतिम स्थान बन सकता है.
500 एकड़ में फैक्ट्री
रिपोर्ट के अनुसार, यह फैक्ट्री 500 एकड़ भूमि पर होगी और 2032 तक 6,00,000 वाहनों का उत्पादन करने की क्षमता रखेगी. इसके साथ ही, बैटरी उत्पादन इकाई की क्षमता 20 GWh होगी. इस प्रकार की फैक्ट्री स्थापित करने से ब्रांड को अपने वाहनों की कीमतें कम करने और बाजार में मजबूत स्थिति प्राप्त करने में मदद मिलेगी.
हैदराबाद बनेगा ईवी केंद्र
इस नए फैक्ट्री के साथ, हैदराबाद इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने जा रहा है. राज्य में ईवी को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने एक नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति और महत्वपूर्ण प्रोत्साहन पेश किए हैं. यह सभी प्रकार के ईवी के लिए रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस से पूर्ण छूट प्रदान करता है. यह पहल 31 दिसंबर, 2026 तक प्रभावी रहेगी.