उज्जैन में आयोजित विक्रम व्यापार मेले ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। 32 दिनों में 27,572 वाहन बिकने के परिणामस्वरूप सरकार को 135 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। मेले में 50 प्रतिशत रोड टैक्स छूट का प्रावधान था और शुभ अवसरों पर वाहन खरीदने के लिए ग्राहकों में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिला। []
Published: Monday, 31 March 2025 at 02:06 am | Modified: Monday, 31 March 2025 at 02:06 am | By: Kapil Sharma | 📂 Category: शहर और राज्य
उज्जैन में आयोजित विक्रम व्यापार मेले ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। 32 दिनों में 27,572 वाहन बिकने के परिणामस्वरूप सरकार को 135 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। मेले में 50 प्रतिशत रोड टैक्स छूट का प्रावधान था और शुभ अवसरों पर वाहन खरीदने के लिए ग्राहकों में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिला।
धार्मिक और पर्यटन नगरी उज्जैन में यह मेला लगातार दूसरे वर्ष आयोजित किया गया। 32 दिनों में 27,572 वाहन बिक्री हुई, जिससे परिवहन विभाग को रोड टैक्स के रूप में 135 करोड़ रुपये की आय हुई। इस दौरान ग्राहकों को भी इसी राशि के बराबर छूट मिली।
गुड़ी पड़वा पर बिक्री के रुझान को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मेले की अवधि को 30 मार्च से बढ़ाकर 9 अप्रैल तक करने का निर्णय लिया। उल्लेखनीय है कि विक्रम व्यापार मेले की शुरुआत महाशिवरात्रि के दिन 26 फरवरी को हुई थी।
मेले में दोपहिया और चार पहिया वाहनों की बिक्री के लिए 150 से अधिक शोरूम खोले गए थे। लोगों के सपना पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष की तरह 50 प्रतिशत रोड टैक्स छूट की व्यवस्था की। शुरूआत में बिक्री धीमी थी लेकिन बाद में रुझान बढ़ता गया।
कुछ हैरान कर देने वाले तथ्य इस प्रकार हैं:
29 मार्च तक 32 दिनों में मेले में 27,572 वाहन बिक गए, जिनमें 22,022 कारें और 5,550 स्कूटर या बाइक शामिल हैं। पिछले वर्ष के 40 दिवसीय विक्रम व्यापार मेले में बिके 23,705 वाहनों की तुलना में यह आंकड़ा अधिक है।
सरकार को 135 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई है, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 100 करोड़ रुपये था। गुड़ी पड़वा पर 1,400 से अधिक वाहन बिकने की जानकारी है। इस दिन मेले में खरीद की जबर्दस्त मांग देखी गई।
उज्जैन के विक्रम व्यापार मेले ने इस वर्ष ग्वालियर मेले का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। ग्वालियर में 15 जनवरी से 25 फरवरी तक लगे 40 दिवसीय व्यापार मेले में 29,650 वाहन बिके थे और सरकार को 106 करोड़ 97 लाख रुपये का राजस्व मिला था।
उज्जैन के विक्रम व्यापार मेले में 32 दिनों में 27,572 वाहन बिक चुके हैं और सरकार को यहां से 135 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। मेले का आयोजन अभी 10 दिन और होगा, जो चैत्र नवरात्रि के शुभ अवसर पर है।
मेले के आयोजन के लिए नगर निगम को चार करोड़ रुपये से अधिक की आय हुई है। इसके अलावा, मेले में कुछ दुकानें हस्तशिल्प और इलेक्ट्रिक उत्पादों की भी हैं। समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते रहे हैं।