ED की कार्रवाई मुंबई के बिल्डर पर: प्रवर्तन निदेशालय का मुंबई कार्यालय मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बिल्डर ललित टेकचंदानी और उनके साथियों के खिलाफ कठोर कदम उठाया है। इस संदर्भ में ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत उनकी कई संपत्तियों को कुर्क करने का अस्थायी आदेश जारी किया है। इसमें दुबई में []
Published: Sunday, 30 March 2025 at 03:48 pm | Modified: Sunday, 30 March 2025 at 03:48 pm | By: Kapil Sharma | 📂 Category: कारोबार
ED की कार्रवाई मुंबई के बिल्डर पर: प्रवर्तन निदेशालय का मुंबई कार्यालय मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बिल्डर ललित टेकचंदानी और उनके साथियों के खिलाफ कठोर कदम उठाया है। इस संदर्भ में ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत उनकी कई संपत्तियों को कुर्क करने का अस्थायी आदेश जारी किया है। इसमें दुबई में एक विला, मुंबई में कई आवासीय और व्यावसायिक परियोजनाएं, पुणे में विभिन्न चल और अचल संपत्तियां, भूमि के टुकड़े और फिक्स्ड डिपॉजिट शामिल हैं। इन संपत्तियों की कुल मूल्य 44.07 करोड़ रुपये है।
टेकचंदानी और उनके 15 सहयोगियों पर फ्लैट खरीदने वाले लोगों से 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है। ईडी की चार्जशीट में कहा गया है कि पूछताछ में पता चला कि टेकचंदानी ने घर खरीदने वालों से पैसे लेकर इसका इस्तेमाल अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर संपत्तियां खरीदने में किया। इस वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में ईडी ने पहले शेयरों, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट में 158 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया था।
ईडी की जांच के अनुसार, टेकचंदानी ने एक आवासीय परियोजना के लिए 1,700 से अधिक घर खरीदारों से 400 करोड़ रुपये से ज्यादा एकत्र किए। बाद में न तो खरीदारों को फ्लैट मिले और न ही उन्हें रिफंड प्राप्त हुआ। जांच में यह सामने आया कि घर खरीदारों से जुटाए गए पैसे का उपयोग विभिन्न नामों पर संपत्तियां खरीदने में किया गया, जिसमें टेकचंदानी के पारिवारिक सदस्यों के नाम भी शामिल हैं।
ईडी ने इस जांच को भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत तलोजा और चेंबूर पुलिस स्टेशनों में दर्ज दो एफआईआर के आधार पर प्रारंभ किया। एफआईआर में आरोप है कि टेकचंदानी और अन्य लोगों ने मिलकर मेसर्स सुप्रीम कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड के तहत नवी मुंबई के तलोजा में एक आवासीय परियोजना के लिए घर खरीदने वालों से पैसे लिए थे। मार्च 2024 में ललित टेकचंदानी को गिरफ्तार किया गया और वह इस समय न्यायिक हिरासत में हैं।
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