ग्वालियर में आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी को पुलिस ने गिरफ्तार करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने अपने सिर को दीवार में मारकर खुद को घायल कर लिया। इसके बाद, उन्होंने पुलिस के एक अधिकारी पर हमला किया जिससे अधिकारी के सिर में चोट आई। आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने पुलिस अधिकारी पर हमला किया। उनके []
Published: Monday, 31 March 2025 at 04:01 am | Modified: Monday, 31 March 2025 at 04:01 am | By: Kapil Sharma | 📂 Category: शहर और राज्य
ग्वालियर में आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी को पुलिस ने गिरफ्तार करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने अपने सिर को दीवार में मारकर खुद को घायल कर लिया। इसके बाद, उन्होंने पुलिस के एक अधिकारी पर हमला किया जिससे अधिकारी के सिर में चोट आई।
आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने पुलिस अधिकारी पर हमला किया। उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था और पुलिस ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया। आशीष के परिवार के सदस्यों पर भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
व्यापमं कांड के व्हिसल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी एक बार फिर विवादों में हैं। उनके खिलाफ जेएमएफसी कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था, जिसे लागू करने के लिए पुलिस उनके घर पहुंची थी।
जब पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तो उन्होंने पुलिस के साथ जाने से इनकार कर दिया और बहस शुरू कर दी। इसके बाद आशीष ने अपना सिर दीवार में मारना शुरू कर दिया। जब झांसी रोड थाने के एसआई आशीष शर्मा ने उन्हें रोका, तो उन्होंने उन पर भी हमला कर दिया।
इस हमले के कारण एसआई आशीष शर्मा के सिर में चोट आई और उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसआई पर हमले के मामले में आशीष चतुर्वेदी, उनके पिता ओमप्रकाश चतुर्वेदी और मां विनीता चतुर्वेदी के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। आशीष भी कोर्ट से निकलने के बाद निजी अस्पताल पहुंचे।
मार्च 2019 में आशीष को हरेंद्र तोमर नामक व्यक्ति से धमकी मिली थी, जिसके बाद उन्होंने झांसी रोड थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में आशीष को साक्षी के रूप में कोर्ट में पेश होना था।
हालांकि, लगातार कोर्ट से नोटिस और वारंट जारी होने के बावजूद वे कोर्ट नहीं पहुंचे। इस वजह से जेएमएफसी ज्योत्सना ग्रेबियल ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया। इसी क्रम में झांसी रोड थाने के एसआई आशीष शर्मा फोर्स के साथ आशीष के घर पहुंचे, जहां विवाद शुरू हो गया।
आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने कहा कि उन्होंने किसी भी प्रकार की हाथापाई नहीं की। उन्होंने यह जानने का अधिकार जताया कि उनके खिलाफ कौन-सा वारंट है। उनके अनुसार, पुलिसकर्मियों ने झूठ बोला और उनके घर में लगे कैमरों की रिकॉर्डिंग उनके पास है।