MEA on Pakistan: जम्मू कश्मीर पर दिए गए अपने बयान के बाद, भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। इस दौरान भारत के विदेश मंत्रालय ने पीओके (PoK) का भी उल्लेख किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पूरी दुनिया को पता है कि असली समस्या पाकिस्तान द्वारा सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा देना और प्रायोजित करना है। उन्होंने यह भी बताया कि यह क्षेत्र शांति और सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती है।
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विदेश मंत्रालय ने किया PoK का उल्लेख
भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को झूठ फैलाने के बजाय अपने अवैध और जबरन कब्जे वाले भारतीय क्षेत्रों को छोड़ देना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 मार्च 2025 को प्रसिद्ध पॉडकास्टर और एआई शोधकर्ता लेक्स फ्रिडमैन को दिए इंटरव्यू में आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान की सच्चाई उजागर की थी, जिसके बाद पाकिस्तान बौखला गया और जम्मू कश्मीर को लेकर भ्रामक बयान देने लगा।
जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान का आरोप
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने 17 मार्च 2025 को पीएम मोदी के बयान को एकतरफा बताते हुए जम्मू-कश्मीर को विवादित मुद्दा करार दिया। पाकिस्तान ने कहा, “जम्मू-कश्मीर का यह सात दशकों पुराना विवाद भारत के संयुक्त राष्ट्र, पाकिस्तान और कश्मीरी लोगों को किए गए आश्वासनों के बावजूद अभी तक हल नहीं हुआ है।” पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में सरकारी दमन का भी आरोप लगाया।
पीएम मोदी ने पॉडकास्ट में कहा था कि भारत की ओर से शांति समझौते के लिए उठाए गए हर कदम को शत्रुता और धोखेबाजी से विफल कर दिया गया। जब भी आतंकी हमले होते हैं, उनके तार पाकिस्तान से जुड़ते हैं। उन्होंने आशा जताई कि पाकिस्तान को अपनी गलती का एहसास होगा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत शांति के लिए प्रतिबद्ध है और पाकिस्तान के लोग भी शांति की इच्छा रखते हैं, क्योंकि वे भी संघर्ष, अशांति और निरंतर आतंकवादी माहौल से थक चुके होंगे।
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