मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र स्थित गड़रा गांव में एक आदिवासी परिवार ने एक युवक को बंधक बना लिया और उसकी पिटाई की। जब पुलिस की टीम, जिसमें टीआई भी शामिल थे, सूचना मिलने के बाद युवक को बचाने पहुंची, तो आरोपियों ने उन पर भी हमला कर दिया। इस हमले में एक एएसआई की जान चली गई है।
यह मामला दो महीने पहले हुए एक सड़क दुर्घटना से जुड़ा हुआ है, जिसमें अशोक कुमार नामक एक आदिवासी की मृत्यु हुई थी। उस परिवार ने इसे एक दुर्घटना मानने से इनकार करते हुए सनी द्विवेदी नाम के युवक पर हत्या का आरोप लगाया। होली के दिन, लगभग शाम चार बजे, आदिवासी परिवार ने सनी द्विवेदी को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया और उसकी बुरी तरह पिटाई की। इस मारपीट में सनी की भी मृत्यु हो गई है।
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कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने बताया कि गांव में दो गुटों के बीच विवाद के चलते लोग इकट्ठा हो गए थे, जिसके परिणामस्वरूप एक व्यक्ति की मौत हुई है। सुरक्षा के लिहाज से गांव में धारा 163 लागू की गई है (पहले धारा 144 लागू थी)। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सीधी और रीवा जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया है। सतना जिले के अधिकारियों को भी आपातकालीन हालात के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
हमले के बाद की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं।