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मध्य प्रदेश के मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना ने रेत माफिया को ‘पेट माफिया’ के नाम से पुकारा है। उनका कहना है कि इन लोगों के पास रोजगार की कमी है, इसी वजह से वे रेत का व्यापार कर रहे हैं। मंत्री के इस बयान का व्यापक विरोध हो रहा है। हाल ही में हुई घटनाओं से यह स्पष्ट हुआ है कि रेत माफिया हर साल कई निर्दोष लोगों को कुचलकर मार रहे हैं।
HighLights
- मुरैना-चंबल क्षेत्र में रेत माफिया का आतंक सबसे अधिक है।
- यहां अवैध रेत खनन और परिवहन की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं।
- 2018 में 15 लोगों को कुचला गया, जिसमें 12 की जान चली गई।
हरिओम गौड़, Newsstate24, मुरैना(Sand Mafia in Morena)। हाल ही में रेत माफिया ने अंबाह में वन टीम पर हमला कर जब्त किए गए ट्रैक्टर को छुड़वा लिया। इस घटना पर विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में सुमावली के विधायक और मप्र सरकार के कृषि मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना ने रेत माफिया को ‘पेट माफिया’ कहकर संबोधित किया, यह कहते हुए कि मुरैना में रोजगार की कमी है, जिसके चलते लोग रेत का धंधा कर रहे हैं।
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सरकार के जिम्मेदार मंत्री अवैध रेत के कारोबार और माफिया को किसी भी दृष्टिकोण से देख सकते हैं, लेकिन दुखद यह है कि रेत माफिया इस कारोबार के कारण लोगों की जान की कोई परवाह नहीं कर रहे। अवैध रेत लेकर तेज रफ्तार में दौड़ते माफिया के वाहनों की वजह से हर साल औसतन पांच लोगों की जान जाती है।
मार्च 2012 में प्रशिक्षु आईपीएस की हत्या
रेत माफिया के ट्रैक्टर ने 8 मार्च 2012 को प्रशिक्षु आईपीएस नरेंद्र कुमार की कुचलकर हत्या कर दी थी, जिसे सबसे जघन्य घटना माना जाता है। लेकिन रेत माफिया का आतंक 21 जून 2018 को और बढ़ गया, जब जिला मुख्यालय से चार किलोमीटर दूर रामपुर गंज गांव के पास अवैध रेत के तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्राली ने एक सवारियों से भरी महिंद्रा मैक्स गाड़ी को टक्कर मारी। इस गाड़ी में 15 लोग थे, जिनमें से 12 की मौत हो गई। शवों को निकालने के लिए गाड़ी को काटना पड़ा।
कलेक्टर-एसपी पर अंधाधुंध फायरिंग
लगभग आठ साल पहले एसपी विनीत खन्ना और कलेक्टर विनोद शर्मा बरवासिन घाट पर औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे। यहां अवैध रेत उत्खनन हो रहा था। जैसे ही रेत माफिया ने प्रशासन की गाड़ियां देखी, उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की।
इस घटना में अधिकारी अपनी जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए। इससे कुछ साल पहले अवैध रेत पर कार्रवाई करने के लिए रंचौली गांव में गए तत्कालीन कलेक्टर आकाश त्रिपाठी और एसपी हरि सिंह यादव पर भी माफिया ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। कलेक्टर ने पूरे गांव के शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए थे, लेकिन बाद में भाजपा सरकार के तत्कालीन मंत्री और राजनीतिक हस्तक्षेप से वे लाइसेंस बहाल कर दिए गए।
रेत माफिया ने अनगिनत जानें ली हैं
- 31 मार्च 2014 को देवरी घडिय़ाल केंद्र पर एसएएफ के हवलदार विश्वनाथ को माफिया ने गोली मारी।
- 12 फरवरी 2015 को बरवासिन घाट पर जलीय जीवों की गणना करने गए वन अमले पर फायरिंग कर खदेड़ दिया।
- 05 अप्रैल 2015 को धनेला रोड पर डंपर से कुचलकर नूराबाद थाने के आरक्षक धर्मेंद्र सिंह चौहान की हत्या।
- 16 सितंबर 2015 को रेत के ट्रैक्टर ट्रॉली से कुचलकर हाईवे पर युवक की मौत।
- 07 मार्च 2016 को रेत माफिया ने वन आरक्षक नरेंद्र शर्मा को ट्रैक्टर से कुचलकर मार दिया।
- 20 फरवरी 2017 को रेत के ट्रैक्टर ट्रॉली ने मां-बेटे को कुचला, जिसमें चार साल के बच्चे की जान गई।
- 02 मार्च 2016 को टेंटरा में रेत के ट्रैक्टर से कुचलकर चार माह के मासूम बच्चे की मौत।
- 08 नवंबर 2016 को रामपुरकलां में रेत के ट्रैक्टर-ट्राली से कुचलकर महिला की मौत।
- 18 जून 2017 को रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्राली ने दो सगे भाइयों को कुचल दिया।
- 25 जून 2017 को रेत के ट्रैक्टर-ट्राली से कुचलकर महिला की मौत।
- 25 दिसंबर 2017 को अंबाह में रेत के ट्रैक्टर-ट्राली ने एक खिलाड़ी को कुचला, विरोध में जाम लगा।
- 06 सितंबर 2018 में रेत माफिया से वन नाके पर ट्रैक्टर से कुचलकर डिप्टी रेंजर की हत्या।
- फरवरी 2019 में तत्कालीन थाना प्रभारी सिविल लाइन थाना प्रभारी पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास।
- सितंबर 2020 में मुड़ियाखेड़ा में घर के बाहर झाड़ू लगा रहे बुजुर्ग को अवैध रेत के ट्रैक्टर-ट्राली ने कुचला।
- जनवरी 2020 में बैरियर पर अपने पिता को खाने का टिफिन देने आई नौवीं कक्षा की छात्रा को तेज रफ्तार रेत के ट्रैक्टर-ट्राली ने कुचल दिया।
- नवंबर 2021 में अवैध रेत के ट्रैक्टर-ट्राली ने हाईवे पर साइकिल सवार को कुचला।
- 09 नवंबर 2022 को बड़ोखर चौराहे पर रेत से भरे टैक्टर ट्रॉली से कुचलकर नरेश पुत्र रतीराम की मौत।
- 19 मार्च 2024 को रेत माफिया के ट्रैक्टर ने नेशनल हाईवे 44, सिकरौदा नहर के पास खाण्डौली के निवासी 40 वर्षीय घनश्याम सिंह सिकरवार को कुचलकर मार डाला। घनश्याम सिंह उत्तर प्रदेश के एटा में शिक्षक थे।
मुरैना में रेत खनन के खिलाफ सबसे अधिक कार्रवाई
रेत के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए जिला टास्क फोर्स समिति साल में दो बार बैठकें करती है। टास्क फोर्स लगातार कार्रवाई कर रही है। पूरे मध्य प्रदेश में मुरैना जिले में ही अवैध रेत के खिलाफ सबसे अधिक कार्रवाई की गई है, और सबसे ज्यादा अवैध रेत के वाहन जब्त किए गए हैं। तेज रफ्तार में चलने वाले रेत के वाहनों से होने वाली घटनाएं दुखद और चिंता का विषय हैं। – अंकित अस्थाना, कलेक्टर, मुरैना।