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शहडोल जिले के बुढ़ार में पुलिसकर्मियों पर पथराव की घटना हुई है, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी है और उनकी गिरफ्तारी के लिए तलाशी शुरू कर दी है। इस घटना के बाद से इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
HighLights
- एफआईआर दर्ज की गई है आरोपियों के खिलाफ।
- पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
- घटना के बाद इलाके में तनाव, पुलिस तैनात की गई है।
Newsstate24 प्रतिनिधि, शहडोल (Attack on Police)। मऊगंज और दमोह में पुलिस बल पर हमलों के बाद अब शहडोल जिले के बुढ़ार में बदमाशों ने गोलीकांड के आरोपित की तलाश में गई महिला आरक्षक समेत तीन पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया, जिससे वे घायल हो गए। यह घटना ईरानी बाड़े में हुई थी।
आरक्षक बालभद्र सिंह की शिकायत पर पुलिस ने फिरोज अली जाफरी सहित 11 पुरुष, सात महिलाओं और चार अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। शहडोल के पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव के अनुसार, 20 मार्च की रात बुढ़ार पुलिस कुछ संदिग्धों की तलाश में गई थी।
दो वाहनों को नुकसान की सूचना
जब फिरोज को पकड़ा गया, तो ईरानी बाड़े के निवासियों ने उसे छोड़ने के लिए दबाव डाला। इस दौरान पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। बुढ़ार थाना पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस के दो वाहन भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, लेकिन अधिकारी इससे इनकार कर रहे हैं।
यह ईरानी मोहल्ला है, दोबारा कोई पुलिसवाला आया तो लौटकर नहीं जाएगा
बुढ़ार थाने में आरक्षक बालभद्र सिंह की रिपोर्ट पर 20 मार्च को सवा तीन बजे दर्ज एफआईआर में उल्लेख है कि सब इंस्पेक्टर उमाशंकर चतुर्वेदी के निर्देश पर प्रधान आरक्षक शंकर प्रजापति, आरक्षक आशीष तिवारी, कृष्ण नारायण मिश्रा, सुशील सिंह, सरिता सिंह, श्रुति सिंह के साथ ईरानी मोहल्ले में एक बाइक की तलाश में गए थे।
गली संकरी होने के कारण पुलिस का वाहन वहां नहीं जा सका। इस वजह से पुलिसकर्मी पैदल जाकर मोहल्ले के अंदर गए और फिरोज अली जाफरी से बाइक के बारे में पूछताछ की, तो वह भड़क गया और अभद्रता करने लगा।
जब पुलिसकर्मी विवाद को सुलझाने आए, तो फिरोज अली के परिवार और मोहल्ले के लोगों ने उन पर हमला कर दिया और पथराव शुरू कर दिया। जब पुलिस स्टाफ लौटने लगा, तो पीछे से लोगों ने कहा कि यह ईरानी मोहल्ला है, यहां कोई पुलिस वाला दोबारा आया तो वह जिंदा नहीं जाएगा।
चार राज्यों की पुलिस कर रही है तलाश
लगभग 16 दिन पहले शहडोल के केशवाही क्षेत्र में साप्ताहिक बाजार से लौट रहे सराफा व्यापारियों पर बाइक सवार बदमाशों ने गोली चलाई थी। पुलिस इसी मामले के आरोपित की तलाश में ईरानी बाड़े पहुंची थी। बाड़े में रहने वाले आरोपितों की तलाश में उत्तर प्रदेश की महराजगंज पुलिस भी आ चुकी है, जिन्होंने लूट के आरोपित यूसुफ अली को गिरफ्तार किया है।
बाड़े में रहने वाले आरोपितों की खोज में छत्तीसगढ़ पुलिस भी आई थी। यहां तौहिद अली पर बिलासपुर में हुई 65 लाख रुपये की लूट का आरोप है। ये आरोपित राजस्थान में भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
इन पर एफआईआर
पुलिस ने फिरोज अली जाफरी, उसकी दो बेटियों कशिश और सूफिया, बहन फरीदा बेगम के अलावा गुलहसन, सितारा, निगार सुल्ताना, रेश्मा, अरफा, खुशरूबा, मनोहर अली, फिजा बेगम, हुसैन, अशरफी, साबर, साबिर, खानू हुसैन समेत चार अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
सात दिन में तीसरी बार वर्दी पर हमला
महाकोशल-विंध्य के जिलों में सात दिन के अंदर यह तीसरी बार है जब पुलिस पर हमला हुआ है। 15 मार्च को मऊगंज जिले के शहपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम गड़रा में ग्रामीणों ने विवाद के चलते एएसआई रामचरण गौतम और एक युवक सनी द्विवेदी की हत्या कर दी थी।
दमोह के देहात थाना क्षेत्र में हथियार जब्त करने गई पुलिस पर आरोपित कासिम खान ने एएसआई को गोली मारकर घायल कर दिया था, जिसके जवाब में कासिम को भी पैर में गोली लगी थी।