देवगढ़ में रेत माफियाओं ने वन विभाग और विशेष सशस्त्र बल की टीम पर हमला कर दिया और एक साथी आरोपी को छुड़ा लिया। यह घटना थाने से लगभग 300 मीटर की दूरी पर हुई। इस हमले में दो कर्मचारी घायल हुए और कुछ वाहनों को नुकसान पहुंचा। पुलिस ने चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने और हमले का मामला दर्ज किया है।
ट्रैक्टर-ट्रॉली को छुड़ाने के लिए रेत माफिया ने शनिवार से रविवार की रात वन विभाग और एसएएफ की टीम पर पथराव किया। माफिया अपने साथी को छुडवाकर भाग गए। देवगढ़ पुलिस ने इस मामले में चार अज्ञात लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है।
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इस घटना का विवरण देते हुए बताया गया कि देवगढ़ क्षेत्र में चंबल नदी से रात के समय अवैध रेत का उत्खनन और परिवहन हो रहा था। वन विभाग के एसडीओ भूरा गायकवाड़ के नेतृत्व में वन विभाग और एसएएफ की टीम गश्त पर थी। उन्हें नंदपुरा पुलिया पर रेत से भरे वाहन नजर आए। टीम ने रोकने की कोशिश की, लेकिन अधिकांश ट्रैक्टर-ट्रॉली भाग निकले। हालांकि, एक ट्रैक्टर-ट्रॉली और एक आरोपी को पकड़ा गया।
जब वन विभाग और एसएएफ की टीम उस पकड़े गए ट्रैक्टर-ट्रॉली को थाने ले जा रही थी, तब रेत माफिया ने उन्हें घेर लिया। अंधेरे का फायदा उठाकर माफिया ने पथराव किया। इस हमले से वन विभाग और एसएएफ की दो गाड़ियाँ क्षतिग्रस्त हो गईं और दो वनरक्षक घायल हो गए। माफिया अपने साथी को छुड़ाकर भाग गए।
सुरक्षा के लिए एसएएफ के जवानों ने रायफलें तान दीं, जिससे माफिया डरकर भाग गए। पुलिस ने रात में ही वन विभाग की शिकायत पर चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
हमारी टीम रात्रि गश्त पर थी और नंदपुरा की पुलिया पर अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ा। हमने एक आरोपी को और ट्रैक्टर-ट्रॉली को भी पकड़ लिया। कच्चे रास्ते पर थाने जाते समय माफिया ने फिर से पथराव किया, जिससे हमारे दो कर्मचारी घायल हुए और वाहन के शीशे टूट गए।