[ad_1]
प्रदेश के 32,000 स्थाई कर्मचारियों ने सातवें वेतनमान का लाभ प्राप्त करने, 28,000 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करने और 55,000 अंशकालीन कर्मचारियों को कलेक्टर रेट का वेतन देने की मांग के समर्थन में 23 मार्च को काम बंद हड़ताल करने का निर्णय लिया है। हड़ताल की सूचना शुक्रवार को मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के नेतृत्व में राज्य सरकार को सौंप दी गई है।
HighLights
- अनियमित कर्मचारियों को अभी तक आदेशों का लाभ नहीं मिला है।
- पिछले नौ वर्षों में सातवां वेतनमान लागू नहीं किया गया है।
- दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण नहीं हुआ है।
राज्य ब्यूरो, Newsstate24, भोपाल। प्रदेश के 32,000 स्थाई कर्मचारी 23 मार्च को हड़ताल पर रहेंगे और भोपाल के आंबेडकर जयंती मैदान में धरना देकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे। मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के प्रांताध्यक्ष अशोक पांडे ने एक प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी है कि ये कर्मचारी सातवें वेतनमान का लाभ, 28,000 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण, और 55,000 अंशकालीन कर्मचारियों को कलेक्टर रेट का वेतन देने की मांग को लेकर हड़ताल करेंगे।
- हड़ताल का नोटिस शुक्रवार को मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के नेतृत्व में राज्य सरकार को सौंपा गया है।
- नोटिस सौंपने वाले प्रतिनिधि मंडल में अशोक पांडे, प्रांताध्यक्ष महेंद्र सारस, प्रदेश उपाध्यक्ष शिवराम जाटव, प्रदेश महासचिव प्रमोद बर्डे, प्रांतीय सचिव राजू शील यादव और प्रदेश महामंत्री शामिल थे।
- अशोक पांडे ने बताया कि राज्य सरकार स्थाई कर्मियों, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों और अंशकालीन कर्मचारियों के अधिकारों का उल्लंघन कर रही है।
- उच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेश होने के बावजूद अनियमित कर्मचारियों को आदेशों का लाभ नहीं दिया जा रहा है।
- स्थाई कर्मी योजना 2016 में लागू होने के बाद से पिछले नौ वर्षों में सातवां वेतनमान लागू नहीं किया गया और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित नहीं किया गया है।