कानपुर में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष को लेकर अंदर ही अंदर राजनीति का माहौल गरमाया हुआ है। होली के अवसर पर कई दावेदार, जिनमें प्रदेश अध्यक्ष अजय राय से लेकर प्रियंका गांधी तक शामिल हैं, सक्रियता दिखा रहे हैं। हालांकि, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय ने सूची प्रियंका गांधी को पहले ही भेज दी है। नामों की घोषणा पहले ही होनी थी, लेकिन यह प्रियंका गांधी की मंजूरी के बाद ही संभव होगी।
कांग्रेस में जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर दो अलग-अलग विचारधाराएं उभर रही हैं। वर्तमान जिलाध्यक्ष नौशाद आलम, संजीव मिश्रा और अन्य कांग्रेसी नेता कानपुर जिले में तीन जिलाध्यक्ष बनाने की योजना बना रहे हैं। वहीं, दक्षिण क्षेत्र से कांग्रेसी नेता विकास अवस्थी अन्य नेताओं के साथ मिलकर उत्तर और दक्षिण जिले को एकजुट कर एक जिलाध्यक्ष बनाने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी के सूत्रों के अनुसार, इस बार जाति के आधार पर उत्तर, दक्षिण और ग्रामीण क्षेत्रों के जिलाध्यक्षों का चयन किया जा सकता है।
कांग्रेस इस बार सभी वर्गों का समर्थन प्राप्त करने के लिए जिलाध्यक्षों का चयन जाति के आधार पर करने की योजना बना रही है। उत्तर जिलाध्यक्ष के लिए पवन गुप्ता, कृपेश त्रिपाठी, संजीव दरियाबादी और नौशाद आलम के नाम चर्चा में हैं। दक्षिण और ग्रामीण जिलाध्यक्ष के लिए संजीव मिश्रा, दिलीप शुक्ला, मनीष बाजपेई, सुनीत त्रिपाठी और विकास अवस्थी के नाम भी सामने आ रहे हैं। ग्रामीण जिलाध्यक्ष के लिए राजीव द्विवेदी, हीरालाल निषाद, कनिष्क पांडेय, आनंद वर्मा, राजेश राजपूत और संदीप शुक्ला के नाम भी चर्चित हैं।
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, होली के बाद नामों की घोषणा की जा सकती है। नामों की घोषणा में देरी का कारण यह है कि उत्तर प्रदेश में इस बार 90 प्रतिशत जिलाध्यक्षों में परिवर्तन होने की संभावना है। पार्टी नए सिरे से संगठन को मजबूत करने के लिए प्रयासरत है और ऐसे नामों की तलाश की जा रही है जो निर्भीक और बेदाग छवि के मालिक हों।