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सदगुरु के दृष्टिकोण से: स्वास्थ्य के लिए संतुलित आहार और अच्छी नींद का महत्व क्या है?

# आधुनिक जीवनशैली और स्वास्थ्य: सद्गुरु की सलाह आज के तेजी से बदलते जीवन में, शारीरिक … सदगुरु के दृष्टिकोण से: स्वास्थ्य के लिए संतुलित आहार और अच्छी नींद का महत्व क्या है?Read more

आपको क्या खाना चाहिए और कितना सोना चाहिए? सदगुरु ने दिया इसका जवाब

# आधुनिक जीवनशैली और स्वास्थ्य: सद्गुरु की सलाह

आज के तेजी से बदलते जीवन में, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन गया है। सद्गुरु इस विषय पर गहराई से सोचते हैं और हमें कुछ सरल व प्रभावी आदतें अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण आदत है, सोने से पहले भारी भोजन से बचना। आइए, इस पर विस्तार से चर्चा करते हैं।

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## आयुर्वेद की दृष्टि: सोने से पहले भारी भोजन के नकारात्मक प्रभाव

### भारी भोजन का असर
– आयुर्वेद के अनुसार, रात में भारी भोजन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।

### डॉ. स्वाति दराडे की सलाह
– आयुष की वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. स्वाति का कहना है कि यह आदत पाचन संबंधी गंभीर समस्याएं जैसे गैस, ब्लोटिंग, और अन्य असुविधाएं उत्पन्न कर सकती है।

## सद्गुरु की सलाह: गुनगुने पानी से स्नान और ताजा भोजन

### गुनगुने पानी से स्नान
– सद्गुरु गुनगुने पानी से स्नान करने की सिफारिश करते हैं। यह न केवल शरीर की गंदगी को दूर करता है, बल्कि तनाव को कम करके नींद में सुधार भी करता है।

### ताजा भोजन का महत्व
– सद्गुरु हमेशा ताजा और तुरंत पकाया हुआ खाना खाने की सलाह देते हैं।
– प्रयास करें कि भोजन बनाने के 90 मिनट के भीतर इसे खा लिया जाए, क्योंकि हल्का और ताजा भोजन आपकी नींद को बेहतर बनाने में मदद करता है।

## भरे पेट के साथ सोने के दुष्प्रभाव

### स्वास्थ्य समस्याएं
– पेट भरकर सोने से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे आंतों और नसों पर दबाव, जो पीठ के निचले हिस्से में दर्द का कारण बन सकता है।

### नींद की गुणवत्ता
– भारी भोजन से शरीर की सर्कैडियन लय प्रभावित होती है, जिससे नींद में कठिनाई होती है।
– खाने के तुरंत बाद सोने से पाचन में दिक्कत आती है और बिना पचाया हुआ भोजन शरीर में अधिक समय तक बना रहता है।

## निष्कर्ष: स्वस्थ जीवन के लिए जागरूकता जरूरी

स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए सद्गुरु और आयुर्वेद की सलाहों पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है। सही खान-पान और सोने की आदतें आपके स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती हैं। थोड़े से बदलाव लाकर आप अपने जीवन को स्वस्थ और सुखद बना सकते हैं।

कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb

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