स्वास्थ्य टिप्स: विशेषज्ञों के अनुसार, मोरिंगा, मुनगा या सहजन एक ऐसी सब्जी है, जो पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत है। इसकी पत्तियों में संतरे से 10 गुना अधिक विटामिन सी और केले से 12 गुना अधिक आयरन होता है, जो शरीर के लिए अत्यंत फायदेमंद है।और पढ़े
हाइलाइट्स
- मोरिंगा में संतरे की तुलना में 10 गुना अधिक विटामिन सी पाया जाता है
- मोरिंगा की पत्तियों में केले की तुलना में 12 गुना अधिक आयरन होता है
- मोरिंगा प्रोटीन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट का समृद्ध स्रोत है
पश्चिम चंपारण:- ‘मोरिंगा, मुनगा या सहजन’ एक ऐसी सब्जी है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत फायदेमंद मानी जाती है। इसे पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत माना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी पत्तियों में संतरे की तुलना में 10 गुना अधिक विटामिन सी और केले से 12 गुना अधिक आयरन होता है। इसके अतिरिक्त, यह पोटैशियम और प्रोटीन का भी भंडार है। मेडिसिनल प्लांट एक्सपर्ट रविकांत पांडे ने बताया कि मोरिंगा में किसी भी अन्य प्रोटीन सोर्स की तुलना में अधिक प्रोटीन होता है। यदि आप प्रतिदिन सुबह 15 से 20 मोरिंगा की पत्तियाँ खाते हैं या इन्हें पानी में उबालकर पीते हैं, तो आपके शरीर में लगभग 32 प्रकार के पोषक तत्वों की कमी पूरी हो जाएगी।
40 से अधिक पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत
रविकांत के अनुसार, मोरिंगा सेहत के लिए बेहद लाभकारी है। इसका सेवन बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक के लिए फायदेमंद होता है। इसमें दूध की तुलना में तीन गुना अधिक कैल्शियम होता है, जो हड्डियों के लिए आवश्यक है। इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-ए, सी, बी कॉम्प्लेक्स, बीटा-कैरोटीन, अमीनो एसिड और फिनोलिक्स समेत 40 से अधिक प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट मौजूद हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट बेहतर स्वास्थ्य के लिए अत्यंत उपयोगी होते हैं।
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फल से लेकर पत्तियों का सेवन
मोरिंगा को विभिन्न पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण एक बेहतरीन सुपरफूड माना जाता है। अधिकांश लोग इसके फलों को सब्ज़ी के रूप में बड़े चाव से खाते हैं, लेकिन इसकी पत्तियों का सेवन चूर्ण के रूप में या सीधे भी बहुत फायदेमंद होता है। इनमें एंटीबायोटिक, एंटीइन्फ्लेमेटरी, एंटीकैंसर और एंटीऑक्सीडेंट जैसे कई गुण पाए जाते हैं।
इन रूपों में कर सकते हैं सेवन
आप इसकी प्रभावशीलता को समझ सकते हैं कि इसके सेवन से ब्लड शुगर, खून की कमी, लिवर से संबंधित समस्याएं, प्रीमेच्योर एजिंग, कोलेस्ट्रॉल और हड्डियों से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। इसके लिए आप पत्तियों को सुखाकर चूर्ण बना सकते हैं और इसे सूप या दही में मिलाकर खा सकते हैं। इसके अलावा, आप इसकी पत्तियों को उबालकर चाय के रूप में या फलों की सब्ज़ी के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं।
Disclaimer: इस लेख में दी गई औषधि और स्वास्थ्य संबंधी सलाह विशेषज्ञों की राय के आधार पर है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं है। किसी भी उत्पाद का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें। Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.