इंदौर नगर में चीनी का मूल्य वर्तमान समय में 4210 से 4220 रुपये के बीच है। उच्च गुणवत्ता वाली चीनी के लिए 4230 से 4250 रुपए भुगतान किया जा सकता है। गुड़ भेली 3500-3600 रुपए में बिक रही है। खोपरा गोला बॉक्स में 165-205 और कट्टे में 155-160 रुपये प्रति किलो मिल रहा है।
Newsstate24 संवाददाता, इंदौर। गुजरात में परिपक्व जीरे की नई फसल में लगभग एक महीने की देरी हो गई है। गुजरात और राजस्थान जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में इस सीजन बोवनी में देरी हुई थी। हालांकि, घरेलू मांग कम होने के कारण अभी तक गति नहीं बन पा रही है।
मौजूदा स्टॉक से निर्याती मांग को पूरा किया जा रहा है। किसानों के पास अभी भी लगभग 20 लाख बैग जीरा का स्टॉक बताया जा रहा है, जिसमें से सीजन के समाप्त होने से पहले केवल 3-4 लाख बैग ही बाकी होने की उम्मीद है। इस प्रकार, लगभग 16 लाख बैग का महत्वपूर्ण कैरी-फारवर्ड स्टॉक बच सकता है।
उत्कृष्ट उत्पादन की स्थिति और अच्छी बोवनी के साथ इस सीजन के लिए उत्पादन का स्तर पिछले साल से समान रहने की आशा है। इंदौर में भी नए जीरे की फसल को ध्यान में रखते हुए पिछले कुछ दिनों में आई गिरावट अब थम गई है। हालांकि आगे भी जीरे में कोई बड़ी गति नहीं दिख रही है।
इंदौर में जीरा के दाम
इंदौर में जीरा 245 से 255, मध्यम 260 से 275, उत्कृष्ट 290 से 300 रुपए प्रति किलो तक बोला जा रहा है। मसाला बोर्ड के अनुसार, भारत का जीरा उत्पादन 2023-24 में 8.6 लाख टन बढ़कर हो गया, जबकि पिछले साल यह 5.77 लाख टन था। इसके बावजूद, भारत का जीरा वैश्विक बाजारों में सबसे सस्ता है, जिससे यह चीन सहित खरीदारों के लिए पसंदीदा विकल्प बन गया है।
भारतीय जीरे की मूल्य 3,050 डॉलर प्रति टन है, जबकि चीनी जीरा 200-250 डॉलर से अधिक महंगा है। जीरा निर्यात में वृद्धि देखी गई है, जो अप्रैल-नवंबर 2024 में 74.04 फीसदी बढ़कर 147,006.20 टन हो गया, जबकि एक साल पहले यह 84,467.16 टन था। हालांकि, नवंबर के निर्यात में अक्टूबर से 28.92 फीसदी की गिरावट आई।
आने वाले दिनों में शगर में तेजी हो सकती है
चीनी में सीमित मांग के कारण दर मजबूत है। शीतकालीन पेय की मांग बढ़ने पर शगर में गति की संभावना है। शक्कर की कीमत 4210 से 4250 रुपए प्रति क्विंटल तक बोली जा रही है। शगर की आपूर्ति पांच गाड़ी की रही है।
आने वाले दिनों में नारियल की मांग में वृद्धि हो रही है
नारियल में स्थानीय मांग में सीमित वृद्धि हो रही है। व्यापारी भी माल की कमी के कारण नारियल की कीमतों में स्थिरता देख रहे हैं। नारियल की आपूर्ति दो गाड़ी की रही है। खोपरा बूरे में मांग कमजोर रहने और गर्मियों में माल जल्दी खराब होने के भय से स्टॉकिस्टों की बिक्री बन रही है जिससे गुरुवार को खोपरा बूरे में 50 रुपए की गिरावट देखने को मिली। खोपरा गोला में व्यापार सामान्य रहा।