राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई 25 फीसदी इम्पोर्ट टैरिफ नीति ने अमेरिका को एक महत्वपूर्ण झटका दिया है। भारत की प्रमुख ऑटो कंपनियों में से एक, Tata Motors की लग्ज़री कार ब्रांड Jaguar Land Rover (JLR) ने ब्रिटेन में निर्मित Jaguar और Land Rover कारों की अमेरिका में सप्लाई अस्थायी रूप से रोक दी है।
पूरा मामला यह है कि ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, JLR ने सोमवार से अमेरिका को कारों की शिपमेंट को रोकने का निर्णय लिया है ताकि वे नए इम्पोर्ट टैक्स के प्रभाव को समझ सकें। ट्रंप प्रशासन की नई नीति के तहत अमेरिका में इम्पोर्ट की गई गाड़ियों पर सीधा 25 फीसदी टैक्स लागू होगा, जो कि गुरुवार से प्रभावी हो चुका है।
Jaguar Land Rover के पास अमेरिका में पहले से कुछ महीनों के लिए गाड़ियों का स्टॉक है, जिन पर यह नया टैक्स लागू नहीं होगा। लेकिन नई शिपमेंट पर टैक्स के कारण कंपनी ने फिलहाल अपनी सप्लाई रोकने का निर्णय लिया है।
कंपनी की ओर से कहा गया है कि वे इस बदलते व्यापारिक माहौल में अपनी रणनीति को पुनः निर्धारित कर रही है। JLR ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में कहा है कि उनके लग्ज़री ब्रांड्स की वैश्विक लोकप्रियता है और वे बदलते बाजारों के अनुसार खुद को ढालने में सक्षम हैं। वर्तमान में उनकी प्राथमिकता अपने वैश्विक ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान करना और अमेरिका की नई व्यापारिक शर्तों के अनुसार खुद को तैयार करना है।
Jaguar Land Rover ने मार्च 2024 तक के पिछले 12 महीनों में लगभग 4.3 लाख गाड़ियां बेची हैं, जिसमें से लगभग 25 फीसदी सिर्फ नॉर्थ अमेरिका में बिकी थीं। जनवरी 2024 में कंपनी ने यह भी बताया था कि उसकी तिमाही प्री-टैक्स प्रॉफिट में 17 फीसदी की कमी आई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कंपनी पहले से ही दबाव में है।
Tata Motors ने 2008 में Jaguar Land Rover को अमेरिकी कंपनी Ford से खरीदा था। अब जब अमेरिका की व्यापार नीतियाँ फिर से कड़ी हो रही हैं, यह Tata के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, जिसका प्रभाव केवल UK या US तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे भारत की छवि और रणनीतिक निवेश पर भी असर पड़ सकता है।