India Defence Exports Data: एक समय था जब भारत अन्य देशों से हथियार खरीदता था और भारतीय सेना विदेशी उपकरणों पर निर्भर थी। लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। आज भारत न केवल अपनी सेना के लिए स्वदेशी हथियारों का निर्माण कर रहा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारतीय हथियारों का निर्यात भी कर रहा है। चलिए देखते हैं कि इस वर्ष भारत के रक्षा निर्यात ने क्या नई उपलब्धियाँ हासिल की हैं।
भारत ने इस साल कितना हथियार बेचा
वित्तीय वर्ष 2024-25 में भारत ने रक्षा निर्यात के क्षेत्र में एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष भारत ने 23,622 करोड़ रुपये की रक्षा सामग्रियों का निर्यात किया, जो पिछले वर्ष 2023-24 में 21,083 करोड़ रुपये की तुलना में 12.04 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। हालांकि, यह वृद्धि पिछले वर्ष की 32.4 प्रतिशत की वृद्धि से कम है, जब निर्यात 15,920 करोड़ से बढ़कर 21,083 करोड़ हो गया था।
डिफेंस PSUs की शानदार प्रदर्शन
सरकार ने इस वर्ष रक्षा निर्यात का लक्ष्य 30,000 करोड़ रुपये रखा था, लेकिन हम 21.26 प्रतिशत से पीछे रह गए। बावजूद इसके, सरकार की दृष्टि 2029 तक 50,000 करोड़ रुपये के रक्षा निर्यात लक्ष्य पर केंद्रित है। इस वर्ष, रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों (DPSUs) ने निजी क्षेत्र की तुलना में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, डिफेंस PSUs ने 2024-25 में 42.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
कौन खरीद रहा है भारत के हथियार?
भारत ने इस साल लगभग 80 देशों को रक्षा उपकरण और हथियार निर्यात किए। भारत से रक्षा सामग्रियां खरीदने वाले प्रमुख देशों में अमेरिका, फ्रांस और अर्मेनिया शामिल हैं।
सरकार की नीतियों ने बढ़ाया निर्यात
सरकार ने हाल के वर्षों में औद्योगिक लाइसेंसिंग प्रक्रिया को सरल बनाने, कलपुर्जों को लाइसेंस व्यवस्था से मुक्त करने और निर्यात प्रक्रिया को सुगम बनाने जैसे कई कदम उठाए हैं, जिससे रक्षा उद्योग को प्रोत्साहन मिला है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस उपलब्धि पर सभी को बधाई दी और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।