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जन्मदिवस विशेष जल पुरुष डॉ मोहन यादव का संकल्प हर किसान के खेत तक पानी पहुंचाना सिंचाई के क्षेत्र में हासिल की अभूतपूर्व उपलब्धियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प देश की भूमि को शस्य श्यामला बनाना है और इसी संकल्प … जन्मदिवस विशेष जल पुरुष डॉ मोहन यादव का संकल्प हर किसान के खेत तक पानी पहुंचाना सिंचाई के क्षेत्र में हासिल की अभूतपूर्व उपलब्धियांRead more

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प देश की भूमि को शस्य श्यामला बनाना है और इसी संकल्प के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का उद्देश्य हर किसान के खेत तक पानी पहुंचाना है। वे इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं, जिसके परिणामस्वरूप पिछले एक वर्ष में प्रदेश ने सिंचाई के क्षेत्र में अद्वितीय उपलब्धियां प्राप्त की हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव का मानना है कि प्राचीन भारत में पारस पत्थर था, जो लोहा को सोने में बदल देता था। उसी तरह, पानी का जादू सूखे खेतों में फसलें लहलहाता है।

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स्व. अटल बिहारी वाजपेई ने दो दशकों पहले नदियों को जोड़कर हर खेत तक पानी पहुंचाने का सपना देखा था, लेकिन राज्यों के बीच जल विवाद के कारण यह सपना ठंडे बस्ते में चला गया था। केन-बेतवा और पार्वती-कालीसिंध-चंबल जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाएं सहमति न बनने के कारण आगे नहीं बढ़ पाई थीं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने केंद्र सरकार और राज्यों के साथ लगातार चर्चा कर इन परियोजनाओं में गतिरोध को समाप्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेई की 100वीं जयंती पर केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना का शिलान्यास किया।

डॉ. यादव के प्रयासों का नतीजा है कि अब महाराष्ट्र सरकार के साथ सहयोग से “ताप्ती बेसिन मेगा रिचार्ज परियोजना” का रास्ता साफ हो गया है। मध्यप्रदेश जल्द ही इस पर करार करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।

जल शक्ति मंत्री और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को भोपाल आमंत्रित कर इस करार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। डॉ. यादव ने कहा कि “ताप्ती मेगा रिचार्ज योजना के माध्यम से हम ताप्ती नदी की धाराओं का निर्माण कर कृषि भूमि को सिंचित करेंगे।”

केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसमें केन नदी पर दौधन बांध और लिंक नहर का निर्माण प्रस्तावित है। इस परियोजना की लागत 44,605 करोड़ रुपये है, और इसके पूरे होने पर बुंदेलखंड क्षेत्र के 8,11,000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी।

इस परियोजना से 103 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा और मध्यप्रदेश के 10 जिलों में लगभग 7,25,000 किसान परिवारों को लाभ होगा।

क्षिप्रा नदी की स्वच्छता और निरंतर प्रवाह बनाए रखने के लिए 900 करोड़ रुपये की लागत की “कान्ह डायवर्सन क्लोज डक्ट परियोजना” शुरू की गई है।

बुंदेलखंड क्षेत्र में जल संकट को दूर करने के लिए “अटल भू-जल योजना” शुरू की गई है, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी।

मध्यप्रदेश सरकार बांधों की सुरक्षा के लिए भी सजग है। राज्य में “डैम सेफ्टी रिव्यू पेनल” का गठन किया गया है, जो संवेदनशील बांधों का निरीक्षण करता है।

कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb