[ad_1]
महू में कैंटोनमेंट बोर्ड ने की महत्वपूर्ण कार्रवाई। गुरुवार को बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया। इस दौरान 100 से अधिक अस्थायी और स्थायी अतिक्रमणों को हटाया गया। यह कार्रवाई उन स्थानों पर की गई जहां नौ मार्च की रात को उपद्रव हुआ था।

HighLights
- महू में अतिक्रमण हटाने का अभियान, 100 से अधिक अतिक्रमण समाप्त किए गए।
- कैंटोनमेंट बोर्ड की टीम ने पोकलेन और अन्य मशीनों का इस्तेमाल किया।
- महू में उपद्रव के बाद अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया।
Newsstate24 प्रतिनिधि, महू। महू नगर में गुरुवार को कैंटोनमेंट बोर्ड ने दल-बल के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। इस दौरान 100 से अधिक अस्थायी और स्थायी अतिक्रमणों को हटाया गया। यह कार्रवाई उन क्षेत्रों में की गई जहां नौ मार्च की रात भारतीय क्रिकेट टीम की जीत पर निकले जुलूस के दौरान विवाद उत्पन्न हुआ था।
Also Read: जरूरी खबर: MP में एक अप्रैल से सिर्फ संपदा-2 पर होंगी रजिस्ट्रियां, संपदा-1 पोर्टल हो जाएगा बंद
इस कार्रवाई के दौरान कुछ छोटी-मोटी झड़पें भी देखने को मिलीं। सुबह 11 बजे छावनी परिषद के अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार तथा पुलिस बल के साथ बाजार में पहुंचे। टीम ने पोकलेन और अन्य मशीनों के साथ धानमंडी चौराहे पर कार्रवाई शुरू की।
गुमटियां और कच्ची
यहां दुकान और मकानों के बाहर बने शेड, नालियों पर बने ओटले, गुमटियां और अन्य अतिक्रमणों को तोड़ना प्रारंभ किया गया। इसके साथ ही गफ्फार होटल मार्ग पर भी एक साथ कार्रवाई की जा रही थी। मशीनों के द्वारा अतिक्रमणों को ध्वस्त किया जा रहा था। इसे देख कुछ लोग अपने शेड और सामान को स्वयं ही हटाने लगे।
छावनी परिषद की टीम ने 100 से अधिक अस्थायी और स्थायी निर्माण, आटले और मकान-दुकानों के शेड को तोड़ा। यह कार्रवाई एमजी रोड, नीम गली, गफ्फार होटल, मटन-चिकन मार्केट, पत्ती बाजार और मार्केट चौक पर की गई। इसमें लगभग 10 गुमटियां, 5 टिन शेड और नालियों पर बने ओटले को समाप्त किया गया।
यह वही क्षेत्र है जहां हाल ही में उपद्रव के दौरान तोड़फोड़ और पथराव हुआ था। इस कार्रवाई में छावनी परिषद के इंजीनियर एचएस कालोय, एसडीएम राकेश परमार, तहसीलदार विवेक सोनी, नायब तहसीलदार राधावल्लभ धाकड़, एसडीओपी दिलीप सिंह चौधरी और टीआइ राहुल शर्मा सहित लगभग 50 अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने के लिए दिया तीन दिन का समय
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए छावनी परिषद ने 14 मार्च को एक विज्ञप्ति जारी की थी। इस विज्ञप्ति में नालियों पर किए गए अतिक्रमण और यातायात में बाधा उत्पन्न करने वाले अतिक्रमणों को हटाने की सूचना दी गई थी। सूचना के बाद गुरुवार को छावनी परिषद ने कार्रवाई के लिए कदम बढ़ाए।
इस दौरान बाजार में कई लोग इकट्ठा हुए और अपने अतिक्रमण को स्वेच्छा से हटाने के लिए समय की मांग की। इस पर परिषद के इंजीनियर एचएस कालोया ने बातचीत की, जिसके बाद तीन दिन का समय दिया गया। इसके बाद प्रशासन फिर से दल-बल के साथ सड़कों पर उतरेगा।