साल 2025 में चार ग्रहण होंगे, जिनमें से 14 मार्च को पहला पूर्ण चंद्रग्रहण होगा, जो भारत में देखने का अवसर नहीं मिलेगा। 7 सितंबर को भारत में पूर्ण चंद्रग्रहण देखने को मिलेगा, जिसकी अवधि 3 घंटे 30 मिनट होगी। 29 मार्च को सूर्यग्रहण और 21 सितंबर को आंशिक सूर्यग्रहण होगा।
Updated Date: Thu, 06 Mar 2025 08:48:36 AM (IST)

चुनिंदा बिंदु
- 4 मार्च को पहला पूर्ण चंद्रग्रहण होगा।
- चंद्रग्रहण भारत में देखने का मौका नहीं मिलेगा।
- 21 सितंबर को आंशिक सूर्यग्रहण होगा।
Newsstate24 प्रतिनिधि, उज्जैन। खगोलीय गणना के अनुसार 14 मार्च को साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। हालांकि यह ग्रहण भारत में देखने का मौका नहीं मिलेगा। वर्ष 2025 में चार ग्रहण होंगे। इनमें दो चंद्र ग्रहण तथा दो सूर्य ग्रहण रहेंगे। इनमें से केवल 7 सितंबर को होने वाला चंद्र ग्रहण ही भारत में दिखेगा। ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला ने बताया कि जो ग्रहण दिखने का मौका नहीं मिलते हैं, उनका सूतक मान्य नहीं होता है।
राज्य संगठन के जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक प्रो.राजेंद्र प्रकाश गुप्त ने बताया वर्ष 2025 में चार ग्रहण होंगे। इनमें 14 मार्च को पूर्ण चंद्र ग्रहण के रूप में पहला ग्रहण रहेगा। यह ग्रहण सुबह 10 बजकर 39 मिनट पर शुरू होगा। दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर ग्रहण का मध्य होगा। इस दौरान चंद्रमा पूरी तरह ग्रस्तोदित दिखेगा।
इन देशों में दिखेगा ग्रहण
दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर ग्रहण का मोक्ष होगा। यह ग्रहण अमेरिका, पश्चिम यूरोप, पश्चिम अफ्रीका, अटलांटिक महासागर में रहेगी। इसी प्रकार 29 मार्च को आशंकि सूर्यग्रहण रहेगा। इसकी शुरुआत दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर होगी। यह ग्रहण अमेरिका, ग्रीनलैंड, आइस लैंड, यूरोप व उत्तर पश्चिम रसिया में दिखेगा।
सितंबर में इस तारीख को लगेगा पूर्ण चंद्रग्रहण
- तीसरी खगोली घटना 7 सितंबर को पूर्ण चंद्रग्रहण के रूप में होगी। यह ग्रहण पूरे भारत सहित उज्जैन में भी दिखेगा। रात 9 बजकर 56 मिनट पर चंद्र ग्रहण की शुरुआत होगी। रात 11 बजकर 41 मिनट पर ग्रहण का मध्य होगा और रात 1 बजकर 26 मिनट पर ग्रहण का मोक्ष होगा।
- यह ग्रहण काफी लंबा है, इसकी अवधि 3 घंटा 30 मिनट की रहेगी। साल 2025 का आखिरी ग्रहण 21 सितंबर को आंशिक सूर्यग्रहण के रूप में रहेगा।