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फर्जी विश्वविद्यालयों के खिलाफ UGC की सलाह, प्रवेश से पहले सूची अवश्य जांचें!

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने छात्रों, उनके अभिभावकों और आम जनता को फर्जी विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक … फर्जी विश्वविद्यालयों के खिलाफ UGC की सलाह, प्रवेश से पहले सूची अवश्य जांचें!Read more

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने छात्रों, उनके अभिभावकों और आम जनता को फर्जी विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि केवल वे विश्वविद्यालय या संस्थान जो किसी राज्य, केंद्रीय या प्रांतीय अधिनियम के तहत स्थापित किए गए हैं, या जिन्हें UGC अधिनियम, 1956 के तहत डिग्री प्रदान करने का अधिकार प्राप्त है, वे ही वैध रूप से डिग्री जारी कर सकते हैं।

फर्जी संस्थानों की बढ़ती संख्या पर चिंता

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UGC के अनुसार, कई संस्थान नियमों का उल्लंघन करते हुए डिग्रियां प्रदान कर रहे हैं। आयोग ने चेतावनी देते हुए कहा, “ऐसे संस्थानों द्वारा दी गई डिग्रियों को न तो मान्यता प्राप्त होगी और न ही इन्हें उच्च शिक्षा या सरकारी नौकरियों के लिए मान्य माना जाएगा।”

छात्रों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए UGC ने सभी संबंधित पक्षों को सलाह दी है कि वे प्रवेश लेने से पहले UGC की आधिकारिक वेबसाइट ugc.ac.in पर मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों और फर्जी संस्थानों की सूची अवश्य देखें।

फर्जी विश्वविद्यालयों की रिपोर्टिंग के लिए ईमेल सुविधा

UGC ने छात्रों से अनुरोध किया है कि यदि उन्हें किसी संस्था द्वारा अवैध रूप से शैक्षणिक कार्यक्रम चलाने की जानकारी मिलती है, तो वे इसकी शिकायत ugcampc@gmail.com पर ईमेल कर सकते हैं। इससे संबंधित संस्थानों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सकेगी।

फर्जी विश्वविद्यालयों के खिलाफ सरकार की कार्रवाई

फरवरी में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार ने लोकसभा में जानकारी दी थी कि पूरे देश में 21 संस्थानों को फर्जी विश्वविद्यालय के रूप में चिन्हित किया गया है। जब सरकार से इन विश्वविद्यालयों को आधिकारिक रूप से ‘फर्जी’ घोषित करने और उनके खिलाफ कार्रवाई के बारे में पूछा गया, तो मंत्री ने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है।

इसलिए, केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों से अनुरोध किया है कि वे इन संस्थानों को बंद करने के लिए कानूनी कार्रवाई करें और छात्रों को गुमराह करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं। 2014 के बाद से अब तक 12 फर्जी विश्वविद्यालयों को बंद किया जा चुका है।

UGC द्वारा घोषित फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची

आंध्र प्रदेश

  • क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी, गुंटूर
  • बाइबल ओपन यूनिवर्सिटी ऑफ इंडिया, विशाखापट्टनम

दिल्ली

  • ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एंड फिजिकल हेल्थ साइंसेज (AIIPHS)
  • कमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड, दरियागंज
  • यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी
  • वोकेशनल यूनिवर्सिटी
  • ADR-सेंट्रिक ज्युडिशियल यूनिवर्सिटी
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग
  • विश्वकर्मा ओपन यूनिवर्सिटी फॉर सेल्फ-एम्प्लॉयमेंट
  • आध्यात्मिक विश्वविद्यालय (Adhyatmik Vishwavidyalaya)

कर्नाटक

  • बादगनवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसाइटी

केरल

  • सेंट जॉन्स यूनिवर्सिटी, किशनट्टम
  • इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ प्रोफेटिक मेडिसिन, कोझीकोड

महाराष्ट्र

  • राजा अरेबिक यूनिवर्सिटी, नागपुर

पुदुचेरी

  • श्री बोधि एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन

उत्तर प्रदेश

  • गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयागराज
  • नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी (ओपन यूनिवर्सिटी), अलीगढ़
  • भारतीय शिक्षा परिषद, लखनऊ
  • महामाया टेक्निकल यूनिवर्सिटी, नोएडा

पश्चिम बंगाल

  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन, कोलकाता
  • इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन एंड रिसर्च, कोलकाता

छात्रों के लिए जरूरी सलाह

यदि आप स्नातक या परास्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने की योजना बना रहे हैं, तो पहले यह सुनिश्चित कर लें कि संबंधित विश्वविद्यालय UGC द्वारा मान्यता प्राप्त है। किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए प्रवेश लेने से पहले UGC की वेबसाइट पर मान्यता प्राप्त संस्थानों की सूची देखना न भूलें।

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कपिल शर्मा डिजिटल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ हैं और मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में मास्टर्स (पीजी) किया है। मीडिया इंडस्ट्री में डेस्क और ग्राउंड रिपोर्टिंग दोनों में उन्हें चार साल का अनुभव है। अगस्त 2023 से वे जागरण न्यू मीडिया और नईदुनिया I की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले वे अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कपिल को लिंक्डइन पर फॉलो करें – linkedin.com/in/kapil-sharma-056a591bb