पंजाब सरकार ने प्रसिद्ध पद्मश्री कवि और साहित्यकार डॉ. सुरजीत पातर के नाम पर एक नया साहित्यिक पुरस्कार की शुरुआत की है। इस पुरस्कार को “डॉ. सुरजीत पातर युवा साहित्यकार अवार्ड” का नाम दिया गया है। यह सम्मान उन युवा लेखकों को दिया जाएगा जिन्होंने साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इस पुरस्कार के अंतर्गत एक लाख रुपये की नकद राशि और एक स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने डॉ. सुरजीत पातर के निधन के बाद इस पुरस्कार की घोषणा की थी। उन्होंने डॉ. पातर की अंतिम यात्रा में भी भाग लिया और उनकी अर्थी को कंधा दिया था।
अव पुरस्कार के लिए आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक शर्तें भी निर्धारित की जाएंगी। डॉ. सुरजीत पातर 11 मई 2024 को 79 वर्ष की आयु में निधन हो गए थे। उस समय मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घोषणा की थी कि हर साल पातर अवॉर्ड दिया जाएगा, जो उभरते कवियों को सम्मानित करेगा।
यह पुरस्कार 8वीं कक्षा से लेकर स्नातक स्तर तक के विद्यार्थियों के लिए होगा। पातर अवॉर्ड के विजेता को हर साल 1 लाख रुपये और एक स्मृति चिन्ह दिया जाएगा। इस पुरस्कार का संचालन भाषा विभाग द्वारा किया जाएगा।