Nagpur Violence: महाराष्ट्र में मुगल सम्राट औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग उठाने वाले दक्षिणपंथी संगठनों के बीच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की नेता मायावती ने मंगलवार (18 मार्च 2025) को कहा कि किसी की कब्र को क्षति पहुंचाना उचित नहीं है, क्योंकि इससे राज्य में शांति और सद्भाव प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे उपद्रवी तत्वों के खिलाफ कठोर कदम उठाने चाहिए। मायावती ने नागपुर में हिंसा से प्रभावित क्षेत्र में भी असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जरूरत जताई।
शिवसेना (उबाठा) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने भी नागपुर में सोमवार (17 मार्च 2025) को हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की अगुवाई वाली सरकार पर आरोप लगाए। चतुर्वेदी ने कहा कि महाराष्ट्र को रणनीतिक रूप से निवेश के लिए अनुपयुक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे पड़ोसी राज्य गुजरात को फायदा पहुंचाने में मदद मिल सके।
अफवाहों के चलते भड़की हिंसा
अधिकारियों के अनुसार, सोमवार शाम लगभग साढ़े सात बजे नागपुर के चिटनिस पार्क क्षेत्र में हिंसा उस समय भड़की जब एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा औरंगजेब की कब्र को हटाने की कोशिश के दौरान यह अफवाह फैली कि एक समुदाय का धार्मिक ग्रंथ जलाया गया है। इस दौरान पुलिस पर पथराव किया गया, जिसमें छह आम नागरिक और तीन पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिस ने नागपुर के महाल क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर 15 लोगों को गिरफ्तार किया है।
‘किसी की भी कब्र व मजार को तोड़ना गलत’
मायावती ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ”महाराष्ट्र में किसी की भी कब्र या मजार को नुकसान पहुंचाना और तोड़ना गलत है, क्योंकि इससे आपसी भाईचारा, शांति और सौहार्द में बाधा आती है। सरकार को ऐसे मामलों में, विशेषकर नागपुर के अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, अन्यथा स्थिति बिगड़ सकती है, जो ठीक नहीं होगा।” पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को नागपुर हिंसा के लिए जिम्मेदार उपद्रवियों और अराजक तत्वों के खिलाफ कठोर कदम उठाने चाहिए, वरना हालात गंभीर हो सकते हैं।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा- यह बेशर्मी है
शिवसेना (उबाठा) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने महाराष्ट्र की महायुति सरकार पर निशाना साधते हुए ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हिंसा को भड़काना, राज्य में अस्थिरता लाना, नागरिकों को अतीत के विवादों में उलझाए रखना और राज्य की आर्थिक समस्याओं, बढ़ते कर्ज, बेरोजगारी और किसानों की आत्महत्या जैसे गंभीर मुद्दों से ध्यान भटकाना…. महाराष्ट्र को निवेश के लिए अनुपयुक्त बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि पड़ोसी राज्य को लाभ मिल सके।’’ राज्यसभा सदस्य ने यह भी कहा, ‘‘पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सभी व्यवसायों को महाराष्ट्र से गुजरात की ओर स्थानांतरित किया गया है, और वर्तमान मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य को निवेश के लिए अनुपयुक्त बना दिया गया है, जिससे व्यवसायों को बाहर निकलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। यह एक बेशर्मी की बात है।’’
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