India-Bangladesh Business: बांग्लादेश में हाल में हुए तख्तापलट के बाद से, जब शेख हसीना की जगह मोहम्मद यूनुस ने नेतृत्व संभाला, तब से भारत और बांग्लादेश के संबंधों में खटास आ गई है। लेकिन अब ईद के मौके पर भारत ने बांग्लादेश को मिठास दी है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से 30 टन जीआई टैग वाला गुड़ बांग्लादेश भेजा गया है। यह ध्यान देने योग्य है कि मुजफ्फरनगर और शामली में बने गुड़ की मांग विश्व स्तर पर बनी रहती है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में बताया गया है कि यह गुड़ का बांग्लादेश को सीधे निर्यात करने की प्रक्रिया की शुरुआत है। यह पहल किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) और किसान उत्पादक कंपनियों (FPCs) द्वारा की गई है। इससे किसान अब सीधे अपने गुड़ को बांग्लादेश या अन्य देशों में बेच सकेंगे, जबकि पहले उन्हें बिचौलियों पर निर्भर रहना पड़ता था।
2023 में बनी थी कंपनी
एनबीटी के अनुसार, ब्रिजनंदन एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी (FPC) नाम की एक कंपनी का गठन 2023 में हुआ। इस कंपनी में 545 सदस्य हैं, जिनमें से दो महिलाएं भी शामिल हैं। यह FPO गुड़, गन्ने से बने उत्पाद, बासमती चावल और दालें विदेशों में भेजने का कार्य करती है। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण की सहायता से यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कृषि निर्यात में एक FPO की तीसरी सफलता की कहानी है। इससे पहले, नीर आदर्श ऑर्गेनिक फार्मर प्रोड्यूसर ने लेबनान और ओमान को बासमती चावल भेजा था।
क्या होता है GI टैग?
जीआई टैग एक ऐसा नाम या चिह्न है, जो विशेष उत्पादों पर लगाया जाता है, जो किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र या मूल से संबंधित होते हैं। जीआई टैग उत्पाद को दूसरों द्वारा नकल या अनुकरण करने से भी सुरक्षा प्रदान करता है। रजिस्टर्ड जीआई टैग की वैधता 10 वर्षों के लिए होती है, और इसकी निगरानी वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा की जाती है। यह टैग उत्पाद की मूल्य वृद्धि में भी सहायक होता है।