डिजिटल ठगों का बदलता तरीका
इंदौर, जबलपुर और सागर में साइबर ठगों ने ठगी के नए तरीके अपनाते हुए लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। अब वे ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर फर्जी ई-चालान और मैरिज ब्यूरो के नाम पर नकली लिंक भेजकर लोगों को लूट रहे हैं। हाल ही में इंदौर में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के खाते से बिना ओटीपी के 50,000 रुपये निकाल लिए गए, जबकि सागर में मैरिज ब्यूरो के नाम पर ठगी की गई।
इंदौर: सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी हुए शिकार
इंदौर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर सोनू को 26 फरवरी की सुबह 9 बजे व्हाट्सएप पर एक फर्जी ई-चालान नोटिस मिला। इस नोटिस में ट्रैफिक नियम तोड़ने की बात कही गई थी, जिसमें चालान नंबर और ₹1000 का जुर्माना दर्ज था।
- नोटिस के साथ एक एपीके फाइल (ई-चालान ऐप के रूप में प्रेजेंट की गई) भेजी गई।
- सोनू को संदेह नहीं हुआ और उन्होंने ऐप इंस्टॉल कर लिया।
- इस ऐप के जरिए मैलवेयर (वायरस) एक्टिवेट हो गया और फोन का पूरा डेटा ठगों तक पहुंच गया।
- देखते ही देखते 16 ट्रांजेक्शन में 50,000 रुपये खाते से गायब हो गए।
सागर: शादी के नाम पर धोखाधड़ी
सागर जिले के मकरोनिया निवासी आनंद जैन समाज के एक युवक ने मैरिज ब्यूरो के नाम पर ठगी का शिकार होने की शिकायत दर्ज कराई।
- वे शादी के लिए बने एक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े थे, जहां युवक-युवतियों के बायोडेटा साझा किए जाते थे।
- ग्रुप में मुंबई में होने वाले परिचय सम्मेलन का एक रजिस्ट्रेशन लिंक भेजा गया।
- ₹900 रजिस्ट्रेशन शुल्क लिया गया, लेकिन बाद में पता चला कि लिंक पूरी तरह फर्जी था।
जबलपुर: ट्रैफिक पुलिसकर्मी बनकर की ठगी
जबलपुर के संदीप कुमार को फर्जी ई-चालान भेजने के तुरंत बाद एक फोन कॉल आया।
- कॉल करने वाले ने खुद को ट्रैफिक पुलिसकर्मी बताया और चालान जल्द जमा करने का दबाव डाला।
- संदीप को एक एपीके फाइल डाउनलोड करवाई गई, जिससे उनके खाते से रकम उड़ा ली गई।
सावधान रहें!
✔ अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें।
✔ व्हाट्सएप या एसएमएस से आने वाले ई-चालान की पुष्टि आधिकारिक ट्रैफिक पोर्टल पर करें।
✔ कोई भी अज्ञात ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी वैधता जांचें।
✔ अचानक पैसे ट्रांसफर होने पर तुरंत बैंक और साइबर सेल से संपर्क करें।
✔ सोशल मीडिया या व्हाट्सएप ग्रुप पर मिलने वाले रजिस्ट्रेशन लिंक पर भरोसा न करें।
अगर आप भी किसी तरह की साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं, तो साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 या नजदीकी पुलिस स्टेशन में तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।
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