मध्यप्रदेश के महू में चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम की जीत के बाद रविवार रात को निकाले गए जुलूस के दौरान उत्पन्न विवाद अब समाप्त हो गया है। आज सुबह स्थिति नियंत्रण में है और शहर में सुरक्षा के लिए 300 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सर्व हिंदू समाज के सदस्यों ने बाजार बंद करने की अपील की है। जिन दुकानों को खोला गया है, उन्हें हिंदू संगठन के लोग बंद कराने का प्रयास कर रहे हैं।
एसडीएम राकेश परमार ने बताया कि स्थिति अभी सामान्य है और वे अफवाह फैलाने वालों पर नजर रख रहे हैं। इसके साथ ही क्षेत्र में ड्रोन की मदद से निगरानी भी की जा रही है। ग्रामीण एसपी हितिका वासल ने बताया कि 17 व्यक्तियों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें से 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
रविवार रात लगभग 10 बजे भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के जश्न में लोग जुलूस निकाल रहे थे। 40 मोटरसाइकिलों पर 100 से अधिक लोग “जय श्रीराम” के नारे लगाते हुए चल रहे थे। इसी बीच, जामा मस्जिद के पास आतिशबाजी को लेकर कुछ लोगों के बीच विवाद हो गया। पीछे चल रहे कुछ लोगों को दूसरे पक्ष के लोगों ने रोक लिया और मारपीट शुरू हो गई। इसके परिणामस्वरूप, लोगों ने दुकानों और वाहनों में आग लगा दी और पेट्रोल बम भी फेंके गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। सेना के जवानों ने भी स्थिति को संभाला। लगभग ढाई घंटे बाद हालात सामान्य हो सके।
महू की जामा मस्जिद के इमाम ने बताया कि तरावीह की नमाज चल रही थी, तभी जुलूस शोर मचाते हुए वहां से गुजरा। नमाज खत्म होने के बाद जैसे ही लोग बाहर निकले, किसी ने मस्जिद के अंदर सुतली बम फेंका, जिससे अफरातफरी मच गई।
उपद्रवियों द्वारा दो ऑटो, एक कार और 10 मोटरसाइकिलों में आग लगाई गई, जिसमें एक पुलिसकर्मी की बाइक भी शामिल थी। इस घटना में चार दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई, जिसमें चूड़ी, पापड़, मेडिकल और कॉस्मेटिक्स की दुकानें शामिल हैं।
दुकानदार जितेंद्र बत्रा ने बताया कि 15 दिन पहले उनकी दुकान में रमजान का 5 लाख रुपए का माल था, जो अब जलकर नष्ट हो गया है। जो कुछ बचा था, उसे उपद्रवियों ने लूट लिया। दुकानदार अज्जू ने कहा कि रात करीब 11 बजे जब वे नमाज पढ़ रहे थे, तभी पथराव शुरू हुआ। एक समूह ने उनके घर को निशाना बनाकर आग लगा दी, जिससे शोरूम को काफी नुकसान हुआ।
इंदौर ग्रामीण क्षेत्र के महू, मानपुर, किशनगंज, बेटमा, सिमरोल, बड़गोंदा, क्षिप्रा, खुड़ैल सहित लगभग 10 थानों और एसएएफ की एक बटालियन के 300 पुलिसकर्मी तैनात हैं। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र जामा मस्जिद, पत्ती बाजार और बतख मोहल्ला हैं, जहां हर चौराहे पर पुलिस बल मौजूद है। इसके अलावा, शहर में गाड़ियों के माध्यम से पेट्रोलिंग भी की जा रही है।
तस्वीरों में सिलसिलेवार तरीके से इस पूरे घटनाक्रम को देखें…