यह कानूनी मामला ग्वालियर, मध्य प्रदेश का है, जिसमें गोला के मंदिर में स्थित द लेगेसी प्लाजा की पहली मंजिल पर स्थित फ्लैट नंबर एल-1 में रील बनाने के लिए रंजना राणा (38) और उसके छह साल छोटे चचेरे ससुर अनिल राणा (32) ने गैस लीक की और फिर उसमें धमाका हो गया।

मुख्य बातें
- रंजना और अनिल की हालत अब भी गंभीर है
- पुलिस ने रंजना राणा का बयान दर्ज किया
- डॉक्टरों ने बताया- आने वाले 24 घंटे महत्वपूर्ण
Newsstate24 के प्रतिनिधि, ग्वालियर : रील बनाने के लिए सिलेंडर से गैस निकालने की स्टंटबाजी करके ग्वालियर शहर के द लेगेसी प्लाजा के फ्लैट में विस्फोट करने की घटना में महिला और उसके रिश्तेदार चचेरे ससुर हमउम्र के खिलाफ पुलिस ने ज्वलनशील पदार्थ के साथ लापरवाहीपूर्ण आचरण करने की धाराओं में प्राथमिकता दी।
इसके पश्चात, पुलिस को उनके मोबाइल से 23 वीडियो मिले हैं, जिनमें से छह वीडियो रिसाइकिल बिन से रिकवर किए गए हैं। इन वीडियों से पता चलता है कि दोनों ने मिलकर खतरनाक स्टंटबाजी कई बार की थी। हादसे में दोनों को गंभीर रूप से जख्मी होने के बाद अभी भी उपचार चल रहा है। उनकी स्थिति गंभीर है। पुलिस ने उनके बयान लिए हैं।
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लाइट चालू होते ही हुआ धमाका
पुलिस जांच में महिला रंजना जाट ने बताया कि वह अनिल से पांच-छह साल से संबंध में हैं। दोनों अक्सर वीडियो बनाते थे। चार मार्च को रात करीब 11 बजे अनिल उसके फ्लैट पर आया और कहा कि तुम सिलेंडर से गैस निकालो, मैं वीडियो बनाऊंगा।
उसने मुझे एक छड़ भी दी। मैंने गैस सिलेंडर की नोजल में गैस निकाली। वीडियो की गुणवत्ता अँधेरे में अच्छी नहीं थी, इसलिए जैसे ही मैंने सीएफएल चालू करने के लिए स्विच दबाया, एक छिड़काव हुआ और धमाका हो गया, फिर आग लग गई।
सामने आने वाले फॉरेंसिक जांच से पता चला कि सिलेंडर से निकली एलपीजी गैस ने वैक्यूम बनाया और उसमें आग लगने के कारण हुए विस्फोट में आवासीय बिल्डिंग द लेगेसी प्लाजा के चार-पांच फ्लैट की दीवारें गिर गईं और फ्लैट में भी दरारें आ गईं। इस धमाके के पहले फ्लोर के फ्लैट में हुई दरारों का प्रभाव सातवें फ्लोर तक पहुंचा।
सातवीं मंजिल से लाया गया सिलेंडर
जांच से पता चला है कि दोनों ने सातवीं मंजिल से एलपीजी सिलेंडर उठाया था। एल-1 फ्लैट पूरी तरह खाली था और वहां कोई सिलेंडर नहीं था। रंजना का फ्लैट सातवीं मंजिल पर था, जहां से सिलेंडर लाया गया था। रात के 10.39 बजे, अनिल ने कंधे पर सिलेंडर रखकर नीचे ले जाया। उसके साथ रंजना भी थी। यह सीसीटीवी कैमरा में कैद किया गया है, जिसकी फुटेज पुलिस के पास है।
केवल एक ही बार नहीं, बल्कि रात के 11 बजे से लेकर 2.30 बजे तक लगभग तीन घंटे में 25 बार गैस लीक की गई थी। इसके कारण आधे से अधिक सिलेंडर खाली हो गए और फ्लैट के खिड़कियां और दरवाजे बंद थे। यह फ्लैट एक गैस चेंबर बन गया और इससे विस्फोट हुआ।
पूरे घटना के लिए पुलिस ने इन दोनों को जिम्मेदार माना है। उनके कारण कई लोगों की जान खतरे में पड़ गई है। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय कानून की धारा 287, 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। यह धारा ज्वलनशील पदार्थ के साथ लापरवाहीपूर्ण आचरण पर लागू होती है।
छह साल छोटे कुंवारे चचेरे ससुर से बढ़ी नजदीकी
रंजना का पति संजू राणा भिंड स्थित गांव में रहता है। वह यहाँ अपने बच्चों के साथ आई थी। उनकी बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए वह यहाँ रुकी थी। फिर यहाँ उसके छह साल छोटे चचेरे ससुर अनिल राणा भी आने लगा। चचेरे ससुर के साथ उनकी नजदीकी बढ़ती गई।
महिला और उसके चचेरे ससुर की स्थिति गंभीर है। उन्होंने गंभीर लापरवाही की है, जिसका सबूत है। इनके कारण कई लोगों की जान खतरे में पड़ गई है। इसके चलते, उन पर एफआईआर दर्ज किया गया है। – धर्मवीर सिंह, एसएसपी
पांच दिन पहले ही नया मोबाइल खरीदा था
अनिल के मोबाइल में इन 23 वीडियो के अतिरिक्त कुछ फोटो भी मिले हैं। ये फोटो पिछले पांच दिनों में ही खींचे गए थे। पूछताछ के दौरान पता चला कि पांच दिन पहले ही नया मोबाइल खरीदा गया था।
मालनपुर में भी हरकत कर चुका है अनिल
अनिल के बारे में जानकारी मिली है कि उसने पहले भी इस तरह की हरकतें की हैं। कुछ समय पहले, उसने मालनपुर में अपने घर पर खुद ही सिलेंडर को लीक करते हुए वीडियो बनाया था। उस समय घर में आग लगने से