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पुलिस टीम ने जब संदिग्ध नंबर पर संपर्क किया, तो अपराधियों ने वह नंबर बंद कर दिया। केवल इतना ही नहीं, भेजे गए सभी संदेश भी मिटा दिए गए। पुलिस का कहना है कि अज्ञात अपराधियों के नंबर की मदद से उनकी पहचान और खोज की जा रही है। इस बीच, खंड शिक्षा अधिकारी डावर ने कहा कि उनके बेटे और पुलिस की सतर्कता के कारण वे इस ठगी के जाल से बच गए।
HighLights
- पहले दूरसंचार विभाग के नाम से कॉल किया गया।
- इसके बाद पुलिस अधिकारी बनकर धमकी दी गई।
- पोर्न वीडियो और मनी लांड्रिंग के सबूत का हवाला दिया गया।
Newsstate24 न्यूज, जोबट। खंड शिक्षा अधिकारी प्रतापसिंह डावर को डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास हुआ। हालांकि, उनके बेटे और स्थानीय पुलिस की चतुराई के चलते वे ठगी से बच गए। पुलिस इस मामले में अज्ञात धोखेबाजों के खिलाफ जांच कर रही है।
- यह घटना पिछले बुधवार की है। खंड शिक्षा अधिकारी डावर के मोबाइल फोन पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि वह दूरसंचार विभाग से बात कर रहा है।
- कॉल करने वाले ने आरोप लगाया कि आपके खिलाफ महाराष्ट्र के नासिक में पोर्न वीडियो डाउनलोड और अपलोड करने के साथ ही लगभग एक हजार करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज है।
- जब डावर ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई नंबर इस्तेमाल नहीं किया, तो आरोपित ने वाट्सएप नंबर पर आधार कार्ड के जरिए मोबाइल नंबर लेने के दस्तावेज भेज दिए।
- इस पर डावर ने कहा कि मेरे आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल किया गया है, तो दूसरे व्यक्ति ने कहा कि मैं तुम्हारी पुलिस थाने से बात कराता हूं।
- इसके बाद एक और व्यक्ति ने पुलिस अधिकारी बनकर डावर को धमकाया और कहा कि पुलिस टीम कभी भी आपको घर से उठाने के लिए आ सकती है।
- उसके बाद कथित पुलिस अधिकारी ने कहा कि मैं अपने वरिष्ठ अधिकारी से बात कराता हूं। इसके बाद एक अन्य व्यक्ति से बात कराई गई।
- उसने भी धमकी देने वाले लहजे में बात की और उगाही की भाषा का इस्तेमाल किया। इस बीच, डावर की पत्नी ने अपने बेटे को इस घटना के बारे में बताया।
- डावर के बेटे ने स्थिति को समझते ही स्थानीय पुलिस को सूचित कर दिया। इसके बाद जोबट पुलिस टीम तुरंत डावर के घर पहुंच गई।