अमरोहा में एंटी करप्शन टीम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। टीम ने बिजली विभाग के एक जूनियर इंजीनियर और एक संविदा लाइनमैन को 45 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।
यह मामला सिबौरा गांव के किसान मन्नान खां से जुड़ा है, जिनका बिजली बिल काफी अधिक आ रहा था। उन्होंने अपनी समस्या का समाधान करने के लिए देवरिया के निवासी जेई रत्नेश कुमार से संपर्क किया। जेई ने मीटर रीडिंग में गड़बड़ी की बात करते हुए बिल को कम करने और नया मीटर लगाने का आश्वासन दिया, लेकिन इसके लिए उन्होंने एक लाख रुपये की मांग की।
सौदेबाजी की प्रक्रिया एक सप्ताह तक चली, जिसमें संविदा लाइनमैन पुष्पेंद्र सिंह ने मध्यस्थता करते हुए राशि को 45 हजार रुपये पर तय किया। परेशान किसान ने अंततः एंटी करप्शन मुरादाबाद इकाई से शिकायत की।
सोमवार को, एंटी करप्शन की टीम ने एक योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की। दोपहर डेढ़ बजे, सिबौरा बिजलीघर पर जेई और लाइनमैन को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया गया। टीम के प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
इन दोनों आरोपियों को मंगलवार को बरेली की अदालत में पेश किया जाएगा। इस कार्रवाई ने बिजली विभाग में हड़कंप मचा दिया है। जानकारी के अनुसार, जेई रत्नेश कुमार मूल रूप से देवरिया के धनौती बैनीपुर के निवासी हैं, जबकि लाइनमैन पुष्पेंद्र सिंह डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव कटाई के रहने वाले हैं।