आगरा के सिकंदरा क्षेत्र के जेसीबी मैदान में रविवार रात को इंडिया-न्यूजीलैंड के बीच फाइनल मैच देखने वाले एक बीटेक छात्र की हत्या की गुत्थी अब सुलझ गई है। यह हत्या माचिस न देने के विवाद में हुई थी। पुलिस ने इस मामले में शामिल तीन आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अन्य आरोपी अभी भी फरार है। इस हत्याकांड ने सिद्धांत के परिवार को बुरी तरह तोड़ दिया है, क्योंकि वह इकलौता बेटा था और उसकी मां का कोरोना के दौरान निधन हो चुका था।
सिद्धांत गोविंदम, जो 24 वर्ष का था, आवास विकास कालोनी सेक्टर सात का निवासी था। उसने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी और एनसीआर की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में प्रोग्रामर के रूप में नौकरी कर ली थी। वह होली के बाद काम पर जाने वाला था, लेकिन फिलहाल घर से ही काम कर रहा था। उस रात चैंपियन ट्रॉफी में भारत और न्यूजीलैंड के बीच फाइनल मैच था, इसलिए सिद्धांत अपने दोस्तों सिद्धार्थ, शशांक और शुभम गुप्ता के साथ जेसीबी मैदान गया था। वहां चारों दोस्त पार्टी करते हुए मोबाइल पर मैच देख रहे थे।
वहीं, मैदान में पहले से मौजूद एक और समूह में दिलीप और कन्हैया नाम के दो चचेरे भाई और अभिषेक शामिल थे। माचिस को लेकर विवाद हुआ जब अभिषेक ने सिद्धांत और उसके दोस्तों से माचिस मांगी, जिसे उन्होंने देने से मना कर दिया। इसके बाद उनकी आपस में बहस हो गई, जिससे मामला और बिगड़ गया। चारों दोस्तों ने अभिषेक को पकड़ लिया और उससे मारपीट की। इस दौरान कन्हैया ने वहां पड़ी बीयर की बोतल उठाकर सिद्धांत पर मारी।
अभिषेक, जो पहले से चाकू लेकर आया था, ने गुस्से में आकर सिद्धांत के पेट में चाकू घोंप दिया। जब सिद्धांत खून से लथपथ हो गया, तो तीनों आरोपी वहां से भाग निकले। बाद में सिद्धांत के दोस्तों ने पुलिस को सूचित किया, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हत्याकांड के बाद, एसीपी आदित्य कुमार और सिकंदरा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। एसीपी हरीपवर्त आदित्य के नेतृत्व में तीन टीमों ने रातभर छानबीन की, सीसीटीवी फुटेज खंगाले और सर्विलांस से सुराग जुटाए। पुलिस ने दहतोरा तक पहुंचने के बाद एक युवक को हिरासत में लिया। पूछताछ में पता चला कि हत्या रंगाबाजी के चलते हुई थी। पुलिस ने दो आरोपियों, दिलीप और कन्हैया, को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी अभिषेक अभी फरार है।
सिद्धांत के पिता, अनिल गोविंदम, जो एक आढ़त व्यापारी के मैनेजर हैं, ने अपनी पत्नी को कोरोना के दौरान खोया था। सिद्धांत की हत्या की सूचना उसकी बहन को सोमवार दोपहर तक नहीं दी गई थी, उसे बताया गया था कि सिद्धांत को चोट लगी है और उसका इलाज चल रहा है। इस दुखद घटना के बाद, सिद्धांत के पिता रिश्तेदारों के सामने फूट-फूटकर रो रहे थे, यही कहते हुए कि ईश्वर ने उन्हें यह दिन क्यों दिखाया।
सिद्धांत का अंतिम संस्कार सोमवार शाम को गमगीन माहौल में किया गया, जहां परिवार के लोग रो-रोकर बुरा हाल थे। यह हत्याकांड सिद्धांत के परिवार के लिए एक बेहद दुखद घटना बन गई है, क्योंकि वह इकलौता बेटा था और उसकी मां का निधन हो चुका था।