बलरामपुर के विकासखंड पचपेड़वा की ग्राम पंचायत बेलभरिया में बना सामुदायिक शौचालय और स्नानघर पिछले छह महीनों से बंद पड़ा हुआ है। इस शौचालय में तीन अलग-अलग कमरे बनाए गए हैं: एक पुरुषों के लिए, एक महिलाओं के लिए, और एक दिव्यांग व्यक्तियों के लिए।
स्थानीय निवासी शिवपाल और राजकुमार के अनुसार, सामुदायिक शौचालय पर हमेशा ताला लगा रहता है। देखरेख के लिए नियुक्त व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर रहा है, जिसके कारण शौचालय में पानी की भी व्यवस्था नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ दिनों के लिए यह खुला था, लेकिन उसके बाद से इसे बंद कर दिया गया है।
यह गांव बलरामपुर-नेपाल सीमा के निकट स्थित है, और शौचालय को चालू करवाने की मांग यहां से महज 4 से 5 किलोमीटर की दूरी पर नेपाल क्षेत्र में की जा रही है। इसके आगे कोई और गांव भी नहीं है। अधिकारियों के अनुसार, सामुदायिक शौचालय के रखरखाव के लिए हर महीने एक निश्चित राशि खर्च की जाती है, और एक व्यक्ति को देखरेख के लिए नियुक्त भी किया गया है।
हालांकि, रखरखाव की कमी के चलते इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल पा रहा है। स्थानीय निवासियों ने शौचालय को फिर से चालू करवाने की मांग की है। इस संबंध में ग्राम प्रधान से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन पांच बार फोन करने के बावजूद उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।