बैतूल टाउन फेज वन कालोनी में सरकारी नाले की भूमि बेचने का एक गंभीर मामला सामने आया है। कलेक्टर ने इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। तहसीलदार गोवर्धन पाठे के अनुसार, प्रशासन की जांच में सामने आया है कि दो कॉलोनाइजर्स ने कुल 20,000 वर्ग फुट नाले की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है।
अनुपम बाजपेई ने 5500 वर्ग फुट के क्षेत्र में पांच लोगों को बसाया है, जबकि सुंदरलाल सूर्यवंशी ने 15,000 वर्ग फुट में 15 लोगों को अवैध रूप से बसा दिया है। यह मामला फरवरी महीने में निरीक्षण के दौरान उजागर हुआ था और वर्तमान में अपर आयुक्त नर्मदापुरम संभाग होशंगाबाद में विचाराधीन है।
गौठाना स्थित भूमि खसरा नंबर 176 के सीमांकन के लिए कलेक्टर ने एसडीएम के नेतृत्व में 9 अधिकारियों की एक टीम बनाई थी, जिसने 17 फरवरी को स्थल का निरीक्षण किया। तहसीलदार जगदीश पाठे ने बताया कि प्रशासन ने दोनों कॉलोनाइजर्स को नोटिस जारी किया है और 13 मार्च को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने कॉलोनाइजर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के भी निर्देश दिए हैं।
इससे पहले, इस कॉलोनी के मामले में चार-पांच बार नपाई हो चुकी है। सुंदरलाल सूर्यवंशी का कहना है कि यदि पटवारी ने पहले ही इसे सरकारी भूमि के रूप में बताया होता, तो वे जमीन नहीं बेचा करते। उनका आरोप है कि पटवारी हर प्रक्रिया में शामिल रहा और उसने ही डायवर्शन पर हस्ताक्षर किए और नामांतरण की कार्रवाई की।