शिवपुरी में उम्मीद फाउंडेशन एंड माइक्रो फाइनेंस नामक संगठन ने गरीब महिलाओं को रोजगार के लिए लोन दिलाने के बहाने लाखों रुपये की धोखाधड़ी की। आरोपित अचानक अपने ऑफिस को बंद करके फरार हो गए हैं। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर दी है और आरोपितों की तलाश जारी है।

HighLights
- उम्मीद फाउंडेशन एंड माइक्रो फाइनेंस ने गरीब महिलाओं को लोन दिलाने के नाम पर ठगी की।
- आरोपितों ने महिलाओं से फार्म चार्ज और फाइल चार्ज के नाम पर पांच-पांच हजार रुपये लिए।
- पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की, आरोपितों ने महिलाओं के दस्तावेजों की कॉपी भी ले ली है।
नईदुनिया प्रतिनिधि, शिवपुरी। शिवपुरी जिले में गरीब महिलाओं को रोजगार के लिए लोन दिलाने के बहाने लाखों रुपये की ठगी की गई है। आरोपित अचानक अपने ऑफिस को बंद करके वहां से भाग गए हैं। अब तक 50 से अधिक महिलाएं इस ठगी के शिकार बन चुकी हैं और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।
जानकारी के अनुसार, एसपीएस स्कूल के पास फतेहपुर क्षेत्र में हनुमान मंदिर के पास लगभग एक से डेढ़ माह पहले उम्मीद फाउंडेशन एंड माइक्रो फाइनेंस नामक संगठन ने सुरेश जाट और प्रकाश सेन के नेतृत्व में एक ऑफिस खोला।
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आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक पासबुक की कॉपी ली गई
इन व्यक्तियों ने खुद को राजस्थान का एक बड़ा समूह बताकर गरीब महिलाओं को रोजगार के लिए लोन देने का प्रलोभन देना शुरू किया। उन्होंने महिलाओं को दस-दस दिन की ट्रेनिंग दी और लोन का फार्म भरने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी और बैंक पासबुक की फोटो कॉपी ली।
महिलाओं से फार्म चार्ज, फाइल चार्ज आदि के नाम पर पांच-पांच हजार रुपये वसूल कर लिए और उसके बाद ऑफिस को खाली कर भाग गए। इसी बीच, बुधवार की शाम कुछ महिलाएं फार्म भरने के लिए पैसे लेकर पहुंचीं, तो उन्हें पता चला कि आरोपित ऑफिस छोड़कर जा चुके हैं।
दो आरोपितों की गिरफ्तारी की सूचना
इस पर महिलाओं को संदेह हुआ। उन्होंने गुरुवार की दोपहर कोतवाली जाकर मामले की शिकायत दर्ज करवाई। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आरोपितों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने शहर छोड़ने के प्रयास में दो आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
शहर के कई बेरोजगार युवाओं को बनाया मोहरा
यह ध्यान देने योग्य है कि ठगों ने अपनी इस धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए शहर के कई युवाओं को मोहरा बनाया। उन्होंने युवाओं को नौकरी देकर महिलाओं को समझाने और ग्रुप बनाने के लिए फील्ड में भेजा। लगभग आधा दर्जन युवकों ने गांव-गांव जाकर महिलाओं से पैसे इकट्ठा किए और उनसे पैसे भी लिए। पैसे लेकर कई सदस्य शहर छोड़कर भाग चुके हैं।
सेनेटरी पैड बनाने के नाम पर करोड़ों की ठगी
यहां यह बताना आवश्यक है कि लगभग एक साल पहले भी शहर में कुछ लोगों ने सेनेटरी पैड पैक करने के नाम पर हजारों महिलाओं से इसी तरह से पैसे चुराकर करोड़ों की ठगी की थी। इस मामले में भी पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और उन्हें गिरफ्तार किया था।
अब आरोपित जमानत पर हैं और मामला न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन एक भी महिला का एक रुपया भी अभी तक वापस नहीं आया है। ठगी की उस वारदात को अंजाम देने के लिए भी ठगों ने शहर की कई महिलाओं का इस्तेमाल किया था।
आरोपितों की तलाश जारी है
लोन दिलाने के नाम पर पैसे लेकर धोखाधड़ी करने की शिकायत हमें प्राप्त हुई है। हम इस मामले में एफआईआर दर्ज कर रहे हैं। आरोपितों की तलाश की जा रही है, हमें उम्मीद है कि जल्द ही आरोपित पुलिस की गिरफ्त में होंगे। – कृपाल सिंह राठौड़, टीआई, कोतवाली