गले में नरमुंड की माला पहनकर भूत-पिशाच के रूप में कलाकारों का तांडव, मां काली का उग्र रूप, मुंह में जिंदा सांप दबाकर नृत्य और जलती चिता की राख से होली – ऐसा अद्भुत दृश्य देखकर विदेशी भी हैरान रह गए। इस सोमवार को चिता भस्म (मसान) की होली देखने के लिए 20 देशों से लगभग 5 लाख पर्यटक काशी पहुंचे। रूस की नताशा ने अपने गले पर टैटू बनवाकर लिखा है – “मैं हरिश्चंद्र की बेटी हूं।” दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वह पिछले चार वर्षों से यहां मसान की होली का आनंद लेने आ रही हैं। उनका कहना था कि यह अनुभव अद्भुत है, जो देखकर एक बार डर भी लगता है।
Also Read: उड़ान: इंदौर से जबलपुर तक एक अनूठी किडनी की यात्रा।
विदेशी पर्यटकों ने ‘हर-हर महादेव’ के नारे लगाते हुए जमकर डांस किया। गंगा स्नान के बाद, उन्होंने चिता भस्म को अपने पूरे शरीर पर लगाया और फिर सेल्फी ली। इंग्लैंड की एंजेल ने बताया कि वह एक महीने से यहां हैं और मसान की होली का फोटोशूट कर रही हैं। अमेरिका की सिंडी ने कहा कि वह दो दिन पहले काशी आई हैं। उन्होंने इस बारे में थोड़ी जानकारी सुनी थी, लेकिन यह तो वास्तव में अद्भुत है।
रूस की जिलेब ने कहा कि उसने इंटरनेट पर मसान की होली देखी थी, और इस बार इसे नजदीक से अनुभव करने के लिए आई हैं। कोलंबिया के एक युवक ने कहा कि यह उसकी पहली बार भारत आने और पहली बार होली मनाने का अनुभव है। उनका कहना था कि यह दृश्य वाकई में अद्भुत है, और वह इसका आनंद ले रहे हैं।
————–
ये खबर भी पढ़िए – काशी में मसाने की होली, मुंह से उगले आग के गोले। वाराणसी में मसाने की होली में डीजे, ढोल और डमरू की ताल पर शिवभक्त थिरके। “खेले मसाने में होरी…” गाने पर मां काली और शिव बने कलाकारों ने तांडव किया। एक ओर चिताओं से उठता धुआं, दूसरी ओर राख की होली – यानी खुशी और गम का संगम। इसे देखने के लिए करीब 5 लाख लोगों की भीड़ जुटी। पढ़ें पूरी खबर…